नई दिल्ली, 8 मार्च 2025 – आज पूरी दुनिया में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जा रहा है, जो महिलाओं की सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक उपलब्धियों का जश्न मनाने का अवसर है। इस वर्ष का थीम “इनोवेट फॉर इक्वेलिटी” (नवाचार के जरिए समानता) रखा गया है, जो यह दर्शाता है कि तकनीक और नवाचार के माध्यम से लैंगिक समानता को कैसे बढ़ावा दिया जा सकता है।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का इतिहास
महिला अधिकारों और लैंगिक समानता के समर्थन में यह दिन 1909 से मनाया जा रहा है। संयुक्त राष्ट्र ने 1977 में इसे आधिकारिक रूप से मान्यता दी, और तब से हर साल अलग-अलग थीम के साथ यह दिवस मनाया जाता है।
कैसे मनाया जा रहा है महिला दिवस?
भारत में समारोह: विभिन्न शहरों में रैलियां, सेमिनार, और महिलाओं को सशक्त बनाने वाले कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
कॉर्पोरेट और संस्थान: कंपनियां महिला कर्मचारियों के लिए विशेष सत्र आयोजित कर रही हैं, जहां लैंगिक समानता और कार्यस्थल पर महिलाओं की भूमिका पर चर्चा हो रही है।
सोशल मीडिया पर जागरूकता: #IWD2025, #InnovateForEquality और #WomenEmpowerment जैसे हैशटैग के साथ लाखों लोग इस अभियान का हिस्सा बन रहे हैं।
महिला सशक्तिकरण पर प्रेरणादायक उद्धरण
1. “कोई भी देश तब तक पूर्ण रूप से विकसित नहीं हो सकता जब तक उसकी महिलाएं सशक्त न हों।” – जवाहरलाल नेहरू
2. “एक शिक्षित महिला पूरी पीढ़ी को शिक्षित कर सकती है।” – महात्मा गांधी
3. “सशक्त महिलाएं ही सशक्त समाज की नींव रखती हैं।” – मलाला यूसुफजई
महिला दिवस पर हमारा कर्तव्य
महिला दिवस केवल एक दिन का उत्सव नहीं, बल्कि महिलाओं के अधिकारों, समानता और सम्मान के लिए प्रतिबद्धता व्यक्त करने का अवसर है। हर व्यक्ति को यह संकल्प लेना चाहिए कि वह अपने समाज में महिलाओं को आगे बढ़ाने में योगदान देगा।
“जब महिलाएं सशक्त होंगी, तब ही
समाज और देश प्रगति करेगा!”
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