मशहूर गीतकार जावेद अख्तर ने क्रिकेटर मोहम्मद शमी का समर्थन करते हुए उन पर रमज़ान के दौरान रोज़ा न रखने के लिए की गई आलोचनाओं को खारिज किया है। अख्तर ने शमी को ‘कट्टरपंथियों’ की परवाह न करने की सलाह दी और उनकी क्रिकेट में उपलब्धियों की सराहना की।
आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के दौरान दुबई में खेले गए एक मैच में मोहम्मद शमी को दिन के समय पानी पीते देखा गया, जो रमज़ान के महीने में रोज़ा न रखने का संकेत था। इस पर ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी बरेलवी ने शमी की आलोचना करते हुए कहा कि उनका रोज़ा न रखना शरीयत के खिलाफ है और उन्हें इसका जवाब खुदा को देना होगा।
जवाब में, जावेद अख्तर ने अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर लिखा, “शमी साहब, उन कट्टरपंथियों की परवाह मत कीजिए, जिन्हें आपके जलते दोपहर में क्रिकेट मैदान पर पानी पीने से कोई दिक्कत हो रही है। यह उनका कोई हक नहीं बनता। आप भारतीय टीम के महान खिलाड़ी हैं, जो हम सभी को गर्व महसूस करवा रहे हैं। मेरी शुभकामनाएं आपको और पूरी टीम को।”
शमी के चचेरे भाई डॉ. मुमताज़ ने भी उनका समर्थन करते हुए कहा कि कई पाकिस्तानी खिलाड़ी भी खेल के दौरान रोज़ा नहीं रखते हैं। उन्होंने कहा, “वह देश का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। इस तरह के बयान देना शर्मनाक है। हम शमी से कहेंगे कि वे इन विवादों पर ध्यान न दें और अपने 9 मार्च के मैच पर फोकस करें।”
महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन (MCA) के प्रमुख रोहित पवार ने भी शमी का बचाव किया। वहीं, शमी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में 10 ओवर में 48 रन देकर 3 विकेट चटकाए और भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई। इस विवाद पर सोशल मीडिया पर भी बहस जारी है, लेकिन जावेद अख्तर समेत कई लोगों ने शमी का समर्थन किया और कहा कि खेल के दौरान खिलाड़ियों के लिए हाइड्रेशन जरूरी होता है।
यह मामला इस बात को उजागर करता है कि व्यक्तिगत धार्मिक प्रथाओं के पालन में लचीलापन और समझ की आवश्यकता है, विशेषकर जब व्यक्ति राष्ट्रीय कर्तव्यों का पालन क
र रहा हो।
