
10 मार्च 2025 | नई दिल्ली – कच्चे तेल की कीमतें सोमवार को स्थिर बनी रहीं, क्योंकि निवेशक व्यापार शुल्क (टैरिफ) से जुड़ी अनिश्चितताओं के कारण सतर्कता बरत रहे हैं। वैश्विक बाजारों में उतार-चढ़ाव के बावजूद, तेल की कीमतों में ज्यादा बदलाव नहीं देखा गया।
विश्लेषकों के अनुसार, प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के बीच व्यापारिक तनाव और संभावित टैरिफ नीतियों के कारण निवेशक फिलहाल कोई बड़ा दांव लगाने से बच रहे हैं। अमेरिका और चीन के बीच व्यापार वार्ता में कोई ठोस नतीजा न निकलने से भी बाजार में अस्थिरता बनी हुई है।
मांग और आपूर्ति पर नजर
तेल उत्पादक देशों के संगठन (OPEC) और उसके सहयोगी देशों द्वारा उत्पादन में कटौती जारी रखने के संकेत से कीमतों को कुछ हद तक समर्थन मिला है। हालांकि, अमेरिका में बढ़ता उत्पादन और वैश्विक अर्थव्यवस्था की धीमी वृद्धि तेल की मांग को प्रभावित कर सकती है।
आगे की राह
वित्तीय विशेषज्ञों का मानना है कि निवेशक आगामी आर्थिक नीतियों और व्यापार वार्ताओं पर करीबी नजर बनाए रखेंगे। यदि टैरिफ को लेकर कोई स्पष्टता आती है, तो तेल की कीमतों में अधिक स्थिरता देखी जा
सकती है।
