नई दिल्ली: इन-विट्रो फर्टिलाइजेशन (IVF) उपचार से गुजर रही महिलाओं के लिए अच्छी नींद सिर्फ शारीरिक तंदुरुस्ती ही नहीं, बल्कि गर्भधारण की संभावना बढ़ाने में भी मददगार साबित हो सकती है। हाल के शोध बताते हैं कि पर्याप्त और गुणवत्तापूर्ण नींद महिलाओं की प्रजनन क्षमता में सुधार कर सकती है, जिससे आईवीएफ की सफलता दर बढ़ सकती है।
कैसे प्रभावित करता है नींद का पैटर्न?
विशेषज्ञों का मानना है कि नींद की गुणवत्ता सीधे तौर पर हार्मोनल संतुलन से जुड़ी होती है। अनिद्रा या अपर्याप्त नींद से कोर्टिसोल (तनाव हार्मोन) का स्तर बढ़ सकता है, जिससे प्रजनन हार्मोन जैसे एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन असंतुलित हो सकते हैं। ये हार्मोन स्वस्थ गर्भधारण के लिए आवश्यक होते हैं।
अध्ययन क्या कहते हैं?
एक हालिया अध्ययन के अनुसार, जो महिलाएं प्रतिदिन 7-9 घंटे की गहरी नींद लेती हैं, उनमें आईवीएफ उपचार की सफलता दर अधिक देखी गई है। वहीं, जो महिलाएं 6 घंटे से कम या 9 घंटे से अधिक सोती हैं, उनमें सफलता की संभावना घट जाती है।
नींद सुधारने के टिप्स
1. नियमित सोने और जागने का समय निर्धारित करें।
2. सोने से पहले स्क्रीन टाइम (मोबाइल, लैपटॉप) कम करें।
3. तनाव कम करने के लिए ध्यान और हल्की एक्सरसाइज़ करें।
4. आरामदायक और शांतिपूर्ण वातावरण में सोने की आदत डालें।
विशेषज्ञों की राय
डॉ. अंजलि गुप्ता, प्रजनन विशेषज्ञ, कहती हैं, “आईवीएफ सफलता के लिए सिर्फ दवाओं और उपचार पर निर्भर रहना काफी नहीं है। एक स्वस्थ जीवनशैली जिसमें संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और भरपूर नींद शामिल हो, गर्भधारण की संभावना को बढ़ा सकती है।”
निष्कर्ष
अगर आप आईवीएफ ट्रीटमेंट करा रही हैं, तो अपनी नींद की गुणवत्ता पर भी ध्यान दें। पर्याप्त आराम आपके शरीर को सही हार्मोनल संतुलन बनाए रखने में मदद कर सकता है, जिससे आपकी गर्भधा
रण की संभावना बढ़ सकती है।
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