साल 2025 का पहला सूर्य ग्रहण 29 मार्च को लगेगा। यह आंशिक सूर्य ग्रहण होगा, जो दोपहर 2:20 बजे से शुरू होकर शाम 6:16 बजे तक रहेगा, कुल अवधि लगभग 3 घंटे 56 मिनट की होगी।
यह ग्रहण यूरोप, एशिया, अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका और अटलांटिक व आर्कटिक महासागर के कुछ हिस्सों में देखा जा सकेगा। हालांकि, भारत में यह ग्रहण दिखाई नहीं देगा, इसलिए यहां सूतक काल मान्य नहीं होगा।
सूर्य ग्रहण के दौरान कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए, जैसे नग्न आंखों से ग्रहण न देखें, भोजन करने से बचें, और गर्भवती महिलाओं को विशेष सतर्कता रखनी चाहिए। हालांकि, चूंकि यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए यहां इन सावधानियों की आवश्यकता नहीं है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ग्रहण का प्रभाव विभिन्न राशियों पर पड़ता है। इस ग्रहण के बाद शनि देव मीन राशि में प्रवेश करेंगे, जिससे मिथुन, तुला, धनु और मीन राशि वालों को लाभ हो सकता है।
सूर्य ग्रहण एक खगोलीय घटना है, जो तब होती है जब चंद्रमा, सूर्य और पृथ्वी के बीच आ जाता है, जिससे सूर्य का प्रकाश पृथ्वी तक पहुंचने से रुक जाता है। यह घटना हमेशा अमावस्या के दिन
होती है।
