हैदराबाद: वर्ल्ड ओबेसिटी डे के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में विशेषज्ञों ने खुलासा किया कि हैदराबाद के आईटी सेक्टर में काम करने वाले 80% कर्मचारी अधिक वजन या मोटापे की समस्या से जूझ रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इस बढ़ते खतरे का मुख्य कारण अनियमित जीवनशैली, शारीरिक गतिविधियों की कमी और अस्वास्थ्यकर खान-पान है।
बैठे-बैठे काम करने की आदत बनी वजह
आईटी कर्मचारियों की कार्यशैली में लंबे समय तक बैठकर काम करने, तनाव और अनियमित भोजन जैसी आदतें मोटापे को बढ़ावा दे रही हैं। डॉक्टरों के अनुसार, मोटापा न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित करता है बल्कि मानसिक स्वास्थ्य पर भी बुरा असर डालता है।
विशेषज्ञों की राय
डॉ. रमेश रेड्डी, एक प्रसिद्ध एंडोक्राइनोलॉजिस्ट, ने कहा, “आईटी कर्मचारियों में मोटापा बढ़ने की वजह उनकी निष्क्रिय जीवनशैली है। लंबे समय तक बैठे रहने से मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है, जिससे वजन तेजी से बढ़ता है। इसके अलावा, फास्ट फूड और अनियमित खान-पान भी समस्या को और बढ़ा रहे हैं।”
समाधान क्या है?
विशेषज्ञों का कहना है कि इस समस्या से बचने के लिए आईटी कर्मचारियों को अपनी दिनचर्या में कुछ बदलाव करने होंगे:
- नियमित व्यायाम – हर दिन कम से कम 30 मिनट की शारीरिक गतिविधि जरूरी है।
- स्वस्थ आहार – जंक फूड से बचें और फाइबर व प्रोटीन युक्त आहार लें।
- ब्रेक लें – हर घंटे 5-10 मिनट का ब्रेक लेकर हल्की स्ट्रेचिंग करें।
- तनाव प्रबंधन – ध्यान (मेडिटेशन) और योग अपनाएं।
कंपनियों को भी उठाने होंगे कदम
आईटी कंपनियों को भी अपने कर्मचारियों के स्वास्थ्य पर ध्यान देना होगा। विशेषज्ञों का सुझाव है कि कंपनियों को वेलनेस प्रोग्राम, फिटनेस चुनौतियां और हेल्दी कैंटीन ऑप्शन जैसी पहल करनी चाहिए, ताकि कर्मचारियों को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित किया जा सके।
निष्कर्ष
हैदराबाद के आईटी सेक्टर में मोटापा तेजी से बढ़ रही समस्या है, जिसे अनदेखा करना गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकता है। अगर समय रहते उचित कदम उठाए गए तो इस समस्या को नियंत्रित किया जा सकता है।
