अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा यूक्रेन को दी जाने वाली सभी सैन्य सहायता अस्थायी रूप से रोकने के फैसले ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय में चिंता की लहर दौड़ा दी है। यह निर्णय हाल ही में राष्ट्रपति ट्रम्प और यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की के बीच हुई तीखी बातचीत के बाद आया है, जिसमें ट्रम्प ने ज़ेलेंस्की पर तीसरे विश्व युद्ध का जोखिम उठाने का आरोप लगाया था।
यूक्रेन की संसद के एक वरिष्ठ अधिकारी, ओलेक्ज़ेंडर मेरेज़्को, ने इस कदम की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने चेतावनी दी कि यह निर्णय यूक्रेन को रूसी मांगों के सामने झुकने के लिए मजबूर कर सकता है, जिससे राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को लाभ होगा।
अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वांस ने आश्वासन दिया है कि सहायता रोकना अस्थायी है, लेकिन कीव में अनिश्चितता और असुरक्षा का माहौल बना हुआ है। यूक्रेन, जो अपनी रक्षा के लिए अमेरिकी वायु रक्षा प्रणालियों और खुफिया जानकारी पर निर्भर है, इस कदम को विश्वासघात के रूप में देख रहा है।
यूरोपीय सहयोगियों ने यूक्रेन के प्रति अपने समर्थन की पुष्टि की है और अमेरिकी समर्थन में संभावित कमी के बीच यूरोपीय संघ की रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने का प्रस्ताव रखा है। हालांकि, वे तेजी से अमेरिकी सहायता का विकल्प प्रदान करने में सक्षम नहीं हैं, जिससे यूक्रेन असुरक्षित महसूस कर रहा है।
इस बीच, रूस ने इस निर्णय का स्वागत किया है, जबकि अमेरिकी राजनीतिक परिदृश्य में इस कदम पर विभाजित प्रतिक्रियाएं देखी गई हैं। ट्रम्प के रिपब्लिकन पार्टी के सदस्य इस कदम का समर्थन कर रहे हैं, जबकि डेमोक्रेट्स ने इसकी व्यापक आलोच
ना की है।
