नई दिल्ली, 3 मार्च 2025: विश्व वन्यजीव दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की जैव विविधता और वन्यजीव संरक्षण के प्रति अपनी सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया। इस खास मौके पर पीएम मोदी ने एक प्रमुख वन्यजीव अभयारण्य का दौरा किया और संरक्षण से जुड़े कई नई पहलों की घोषणा की।
प्रधानमंत्री ने कहा, “भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत में प्रकृति और वन्यजीवों का विशेष स्थान है। हमारी सरकार सतत विकास और पर्यावरण संरक्षण के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।”
नई योजनाओं की घोषणा
इस दौरान प्रधानमंत्री ने एक नई ‘राष्ट्रीय वन्यजीव संरक्षण योजना’ की शुरुआत की, जिसमें अत्यधिक लुप्तप्राय प्रजातियों के संरक्षण के लिए विशेष प्रावधान किए गए हैं। उन्होंने वन्यजीवों के अवैध शिकार और व्यापार पर सख्त कानून लागू करने की प्रतिबद्धता भी व्यक्त की।
स्थानीय समुदायों की भागीदारी
पीएम मोदी ने स्थानीय जनजातीय समुदायों और वन संरक्षण कार्यकर्ताओं से बातचीत की, जिन्होंने वन्यजीवों और उनके प्राकृतिक आवासों की रक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि स्थानीय समुदायों की भागीदारी के बिना वन्यजीव संरक्षण प्रभावी नहीं हो सकता।
अंतरराष्ट्रीय सहयोग पर जोर
भारत के वन्यजीव संरक्षण प्रयासों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समर्थन देने की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री ने विभिन्न देशों के साथ सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि भारत, एशियाई हाथी, बाघ और गैंडे की सुरक्षा के लिए अंतरराष्ट्रीय संगठनों के साथ मिलकर काम कर रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी की इस यात्रा से यह स्पष्ट हो गया कि भारत पर्यावरण और वन्यजीव संरक्षण को प्राथमिकता देता है और वैश्विक मंच पर अपनी भूमिका को और मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है।
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