Source-THE ECONOMIC TIMES
रायपुर, 11 मई 2025 — अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड ने भारत का पहला हाइड्रोजन-चालित ट्रक खनन लॉजिस्टिक्स के लिए छत्तीसगढ़ में तैनात किया है, जो देश में हरित ऊर्जा और सतत परिवहन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस ट्रक को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने रायपुर में हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
यह भारी-भरकम हाइड्रोजन फ्यूल सेल ट्रक तीन हाइड्रोजन टैंकों से लैस है और 40 टन तक का भार लेकर 200 किलोमीटर की दूरी तय कर सकता है। इसका उपयोग अडानी समूह के गारे पेलमा III कोल ब्लॉक से कोयला परिवहन के लिए किया जाएगा। यह पहल अडानी नेचुरल रिसोर्सेज (ANR) और अडानी न्यू इंडस्ट्रीज लिमिटेड (ANIL) के सहयोग से की गई है, जिसमें ANR खनन कार्यों का संचालन करता है और ANIL हाइड्रोजन फ्यूल सेल्स की आपूर्ति करता है।
इस परियोजना का उद्देश्य डीजल चालित वाहनों को हाइड्रोजन-चालित ट्रकों से प्रतिस्थापित करना है, जिससे औद्योगिक परिवहन के कार्बन उत्सर्जन को कम किया जा सके। यह ट्रक स्मार्ट तकनीक से सुसज्जित है और इसे एक भारतीय और एक अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा प्रौद्योगिकी फर्म तथा एक प्रमुख ऑटो निर्माता के सहयोग से विकसित किया गया है।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस पहल को “सततता की दिशा में एक निर्णायक कदम” बताया और राज्य की हरित औद्योगिक प्रथाओं को बढ़ावा देने में अग्रणी भूमिका की सराहना की।
यह पहल अडानी समूह की हरित हाइड्रोजन, पवन, सौर और बैटरी प्रौद्योगिकियों में निवेश की व्यापक योजना का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य भारत को स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना है।
यह ट्रक न केवल भारत में बल्कि एशिया में भी खनन कार्यों के लिए तैनात किया गया पहला हाइड्रोजन-चालित ट्रक है, जो सतत परिवहन की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
