Source Deccan Herald
रूस और यूक्रेन ने अपने युद्ध के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा कैदी आदान-प्रदान पूरा किया है, जिसमें तीन दिनों के भीतर दोनों पक्षों ने कुल 1,000 से अधिक बंदियों को रिहा किया। यह आदान-प्रदान 16 मई को इस्तांबुल में हुई शांति वार्ता के बाद संभव हुआ, जो फरवरी 2022 में युद्ध शुरू होने के बाद पहली प्रत्यक्ष बैठक थी।
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने पुष्टि की कि अंतिम चरण में 303 यूक्रेनी बंदी, जिनमें सशस्त्र बलों, नेशनल गार्ड और अन्य सुरक्षा सेवाओं के सदस्य शामिल थे, घर लौटे। इनमें से 70 बंदी 2022 में मारियुपोल की घेराबंदी के दौरान लड़ने वाले थे।
यह आदान-प्रदान एक दुर्लभ सहयोग का संकेत है, जबकि युद्ध अभी भी जारी है। हालांकि, इस पहल के बावजूद, संघर्ष की तीव्रता कम नहीं हुई है। 23 मई को रूस ने यूक्रेन पर अब तक का सबसे बड़ा हवाई हमला किया, जिसमें 367 ड्रोन और मिसाइलों का उपयोग किया गया, जिससे कम से कम 14 लोगों की मौत हुई और दर्जनों घायल हुए।
इस आदान-प्रदान के बावजूद, शांति वार्ताओं की संभावना अनिश्चित बनी हुई है। राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से रूस पर कड़े प्रतिबंध लगाने की अपील की है, जबकि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ संभावित शांति योजना पर चर्चा की है, हालांकि कोई ठोस प्रगति नहीं हुई है।
इस कैदी आदान-प्रदान को युद्ध के दौरान एक महत्वपूर्ण मानवीय कदम माना जा रहा है, जो दोनों देशों के बीच विश्वास बहाली की दिशा में एक सकारात्मक संकेत हो सकता है।
