Source The Economics Time
नई दिल्ली, 2 जून 2025 — अमेरिकी इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता टेस्ला ने भारत में स्थानीय निर्माण इकाई स्थापित करने में रुचि नहीं दिखाई है, यह जानकारी केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री कुमार स्वामी ने सोमवार को दी। मंत्री के अनुसार, टेस्ला फिलहाल केवल भारत में अपने शोरूम खोलने पर ध्यान केंद्रित कर रही है, न कि ‘मेक इन इंडिया’ पहल के तहत स्थानीय उत्पादन पर।
यह घोषणा ऐसे समय में हुई है जब भारत सरकार ने विदेशी ऑटोमोबाइल निर्माताओं को आकर्षित करने के लिए एक नई इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) नीति लागू की है। इस नीति के तहत, जो कंपनियाँ भारत में कम से कम $486 मिलियन का निवेश करके तीन वर्षों के भीतर स्थानीय उत्पादन शुरू करती हैं, उन्हें सीमित संख्या में ईवी आयात करने पर 15% की रियायती आयात शुल्क दर का लाभ मिलेगा, जो वर्तमान में 70% है।
हालांकि, टेस्ला ने इस नीति के तहत स्थानीय उत्पादन में रुचि नहीं दिखाई है और केवल आयातित वाहनों की बिक्री पर ध्यान केंद्रित कर रही है। इससे संकेत मिलता है कि टेस्ला भारत में अपनी कारों की बिक्री जारी रखेगी, लेकिन उनका निर्माण देश के बाहर ही करेगा।
इस बीच, मर्सिडीज-बेंज और वोक्सवैगन जैसी अन्य विदेशी ऑटोमोबाइल कंपनियाँ भारत की नई ईवी नीति के तहत स्थानीय उत्पादन में रुचि दिखा रही हैं। वहीं, टाटा मोटर्स और महिंद्रा एंड महिंद्रा जैसी भारतीय कंपनियाँ, जिन्होंने पहले ही ईवी उत्पादन में भारी निवेश किया है, आयात शुल्क में कटौती के खिलाफ लॉबिंग कर रही हैं।
भारत सरकार का लक्ष्य 2030 तक देश में ईवी की बिक्री को कुल कार बिक्री का 30% तक बढ़ाना है, जबकि वर्तमान में यह आंकड़ा केवल 2.5% है।
