SOURCE Mint
नई दिल्ली: OpenAI के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने हाल ही में एक सनसनीखेज दावा किया है कि मार्क जुकरबर्ग के नेतृत्व वाली मेटा ने उनके कर्मचारियों को लुभाने के लिए 100 मिलियन डॉलर तक का भारी-भरकम बोनस पैकेज ऑफर किया था। यह खुलासा प्रौद्योगिकी जगत में चल रही प्रतिभाओं की खींचतान और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) क्षेत्र में बढ़ती प्रतिस्पर्धा को उजागर करता है।
ऑल्टमैन ने यह बात एक पॉडकास्ट के दौरान कही, जहां उन्होंने बताया कि मेटा ने OpenAI के मुख्य शोधकर्ताओं को अपनी ओर खींचने के लिए ये अभूतपूर्व प्रोत्साहन दिए। उन्होंने इस कदम को “काफी आक्रामक” बताया और कहा कि यह AI प्रतिभा के लिए उद्योग में जारी तीव्र प्रतिस्पर्धा का एक स्पष्ट संकेत है।
यह कोई रहस्य नहीं है कि AI आज प्रौद्योगिकी कंपनियों के लिए सबसे हॉट क्षेत्रों में से एक है। OpenAI, जिसने ChatGPT जैसे क्रांतिकारी उत्पादों के साथ सुर्खियां बटोरी हैं, इस दौड़ में सबसे आगे है। वहीं, मेटा भी AI में बड़े पैमाने पर निवेश कर रहा है और अपने स्वयं के AI मॉडल और अनुप्रयोगों को विकसित करने पर जोर दे रहा है। ऐसे में, शीर्ष AI प्रतिभाओं को आकर्षित करना और बनाए रखना दोनों ही कंपनियों के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है।
ऑल्टमैन के अनुसार, मेटा का यह ऑफर विशेष रूप से उन OpenAI कर्मचारियों के लिए था जो कंपनी के महत्वपूर्ण AI अनुसंधान और विकास में शामिल थे। हालांकि, उन्होंने यह भी बताया कि उनके अधिकांश कर्मचारियों ने इस ऑफर को ठुकरा दिया और OpenAI के साथ ही बने रहना पसंद किया। यह इस बात का भी संकेत हो सकता है कि OpenAI के कर्मचारी अपनी कंपनी के मिशन और भविष्य की संभावनाओं को लेकर कितने प्रतिबद्ध हैं।
यह घटनाक्रम जुकरबर्ग और ऑल्टमैन के बीच चल रही एक व्यापक प्रतिद्वंद्विता का भी हिस्सा है। जहां जुकरबर्ग मेटावर्स और AI के भविष्य को लेकर काफी मुखर रहे हैं, वहीं ऑल्टमैन AI को मानव जाति के लिए सबसे महत्वपूर्ण तकनीक के रूप में देखते हैं। दोनों कंपनियां AI क्षेत्र में अपनी प्रभुत्व स्थापित करने के लिए कड़ी प्रतिस्पर्धा कर रही हैं, और इसमें प्रतिभाओं का अधिग्रहण एक महत्वपूर्ण हथियार बन गया है।
बाजार विश्लेषकों का मानना है कि इस तरह के बड़े बोनस ऑफर AI प्रतिभा के लिए बढ़ती मांग और उसकी सीमित उपलब्धता को दर्शाते हैं। जैसे-जैसे AI प्रौद्योगिकियां अधिक परिष्कृत होती जा रही हैं, वैसे-वैसे उन इंजीनियरों और शोधकर्ताओं की मांग भी बढ़ रही है जो इन प्रणालियों को डिजाइन, विकसित और सुधार सकते हैं।
मेटा की ओर से इस दावे पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं आई है। हालांकि, यह घटनाक्रम निश्चित रूप से AI उद्योग में आगे आने वाले समय में प्रतिभाओं की खींचतान को और तेज करेगा। कंपनियां अब केवल आकर्षक वेतन ही नहीं, बल्कि बेहतर कार्य संस्कृति, उन्नत अनुसंधान के अवसर और भविष्य की प्रौद्योगिकियों पर काम करने के रोमांच के माध्यम से भी कर्मचारियों को लुभाने का प्रयास करेंगी।
यह देखना दिलचस्प होगा कि सैम ऑल्टमैन के इस खुलासे का AI उद्योग पर क्या प्रभाव पड़ता है। क्या यह अन्य कंपनियों को भी अपने कर्मचारियों को बनाए रखने के लिए समान रूप से बड़े प्रोत्साहन पैकेज देने के लिए मजबूर करेगा? या क्या यह केवल शीर्ष स्तरीय AI प्रतिभाओं के लिए एक नया ‘वेतन युद्ध’ शुरू करेगा? आने वाले समय में ही यह स्पष्ट होगा कि AI प्रतिभाओं के लिए यह दौड़ कितनी और तीव्र होती है।
