SOURCE India Today
तेहरान/वॉशिंगटन/तेल अवीव: पश्चिम एशिया में बड़ा सैन्य घटनाक्रम सामने आया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इज़राइल और अमेरिका ने ईरान के नतान्ज परमाणु सुविधा केंद्र पर एक संयुक्त हवाई हमला किया है। इस हमले में अमेरिका के सबसे उन्नत और परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम B-2 स्पिरिट बॉम्बर्स का उपयोग किया गया।
सूत्रों के मुताबिक यह हमला देर रात हुआ, जब B-2 बॉम्बर्स ने रडार से बचते हुए इज़राइली विमानों के साथ मिलकर नतान्ज स्थित परमाणु संयंत्र को निशाना बनाया। नतान्ज ईरान का सबसे संवेदनशील परमाणु केंद्र है, जहां यूरेनियम संवर्धन की गतिविधियाँ होती हैं। यह हमला तब हुआ जब हाल ही में पश्चिमी देशों ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर नई चेतावनियाँ जारी की थीं।
ईरान की प्रतिक्रिया
ईरान ने अब तक इस हमले की पुष्टि नहीं की है, लेकिन तेहरान के सैन्य अधिकारियों का दावा है कि उन्होंने “दुश्मन के कुछ विमानों और मिसाइलों” को इंटरसेप्ट किया है। वहीं, कुछ स्थानीय रिपोर्टों में कहा गया है कि नतान्ज क्षेत्र में कई विस्फोटों की आवाज़ें सुनी गईं।
B-2 बॉम्बर की भूमिका
B-2 बॉम्बर अपनी स्टील्थ तकनीक और उच्च मारक क्षमता के लिए जाना जाता है। यह विमान लंबी दूरी तक उड़ान भर सकता है और भूमिगत ठिकानों को भी नष्ट कर सकता है, जो इसे परमाणु स्थलों पर हमलों के लिए विशेष रूप से उपयोगी बनाता है।
वैश्विक प्रतिक्रियाएं
रूस, चीन और तुर्की ने इस कथित हमले पर गहरी चिंता व्यक्त की है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में आपात बैठक बुलाने की चर्चा तेज हो गई है।
अगर इस हमले की पुष्टि होती है, तो यह ईरान और इज़राइल के बीच संघर्ष को एक और गंभीर मोड़ पर ले जा सकता है और अमेरिका की खुली सैन्य भूमिका के चलते पश्चिम एशिया में बड़ा युद्ध छिड़ सकता है।
