Earlier in the day, a Delhi-bound 787-8 Dreamliner was returned to its origin Hong Kong airport after a suspected technical issue.(X/@Aviationa2z)
SOURCE HT
नई दिल्ली: नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने कथित तौर पर बार-बार सुरक्षा उल्लंघनों और नियामक मानदंडों का पालन न करने के लिए एयर इंडिया को कड़ी चेतावनी जारी की है, जिसमें एयरलाइन का परिचालन लाइसेंस निलंबित करने तक की धमकी दी गई है। यह चेतावनी ऐसे समय में आई है जब डीजीसीए विमानन सुरक्षा और नियामक अनुपालन को लेकर अपनी निगरानी बढ़ा रहा है।
सूत्रों के अनुसार, डीजीसीए ने हाल के महीनों में एयर इंडिया द्वारा कई घटनाओं और चूक का दस्तावेजीकरण किया है, जिनमें पायलटों और केबिन क्रू के लिए उचित आराम अवधि सुनिश्चित न करना, रखरखाव प्रक्रियाओं में खामियां और उड़ान सुरक्षा प्रोटोकॉल का उल्लंघन शामिल है। एक वरिष्ठ डीजीसीए अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, “हमने एयर इंडिया को इन उल्लंघनों के संबंध में कई नोटिस जारी किए हैं। यह अब अंतिम चेतावनी है। यदि वे तत्काल सुधारात्मक कार्रवाई नहीं करते हैं, तो हमें उनके परिचालन लाइसेंस को निलंबित करने सहित कड़ी कार्रवाई करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।”
डीजीसीए ने पहले भी एयर इंडिया पर विभिन्न उल्लंघनों के लिए जुर्माना लगाया है, लेकिन ऐसा पहली बार है जब लाइसेंस निलंबन की धमकी दी गई है, जो नियामक की बढ़ती गंभीरता को दर्शाता है। यह चेतावनी यात्रियों की सुरक्षा और समग्र विमानन पारिस्थितिकी तंत्र के लिए एयरलाइन के निरंतर अनुपालन के महत्व पर जोर देती है।
एयर इंडिया के एक प्रवक्ता ने इस मामले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, लेकिन कहा कि एयरलाइन डीजीसीए के साथ मिलकर काम कर रही है ताकि सभी नियामक आवश्यकताओं का पूरी तरह से पालन सुनिश्चित किया जा सके।
इस घटनाक्रम से भारतीय विमानन उद्योग में हलचल मच गई है, खासकर जब एयर इंडिया टाटा समूह के तहत अपने पुनरुद्धार के दौर से गुजर रही है। डीजीसीए की यह सख्त कार्रवाई अन्य एयरलाइंस के लिए भी एक स्पष्ट संदेश है कि सुरक्षा और नियामक अनुपालन में कोई समझौता नहीं किया जाएगा। आने वाले हफ्तों में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि एयर इंडिया इस गंभीर चेतावनी पर क्या प्रतिक्रिया देती है और क्या वे डीजीसीए की चिंताओं को दूर करने के लिए प्रभावी कदम उठा पाते हैं।
