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जयपुर/नई दिल्ली: भारतीय नौसेना के एक कर्मचारी को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से जुड़ी संवेदनशील जानकारी पाकिस्तान को लीक करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। यह गिरफ्तारी राजस्थान पुलिस की खुफिया इकाई ने की है। आरोपी की पहचान विशाल यादव के रूप में हुई है, जो दिल्ली में नौसेना मुख्यालय में अपर डिवीजन क्लर्क (UDC) के पद पर तैनात था।
खुफिया एजेंसियों द्वारा महीनों की निगरानी के बाद विशाल यादव को बुधवार को जयपुर से गिरफ्तार किया गया। बताया जा रहा है कि यादव एक पाकिस्तानी हैंडलर के संपर्क में था, जिसने सोशल मीडिया पर “प्रिया शर्मा” नाम की भारतीय महिला बनकर उसे हनीट्रैप किया था।
पुलिस के मुताबिक, विशाल यादव ऑनलाइन गेमिंग का आदी था और उसने अपने वित्तीय नुकसान की भरपाई के लिए पैसों के बदले संवेदनशील रक्षा जानकारी साझा करना शुरू कर दिया था। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि यादव को क्रिप्टो करेंसी और सीधे बैंक ट्रांसफर के माध्यम से भी भुगतान प्राप्त हुआ था।
राजस्थान के CID-सुरक्षा के महानिरीक्षक विष्णुकांत गुप्ता ने बताया कि विशाल यादव ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से संबंधित जानकारी लीक करने के लिए लगभग 50,000 रुपये सहित कुल 2 लाख रुपये प्राप्त करने की बात कबूल की है। उनके मोबाइल फोन के फॉरेंसिक विश्लेषण से आपत्तिजनक चैट और दस्तावेजों का पता चला है, जो जासूसी में उनकी संलिप्तता की पुष्टि करते हैं।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकी ठिकानों पर की गई एक महत्वपूर्ण कार्रवाई है। इस ऑपरेशन से जुड़ी गोपनीय जानकारी का लीक होना राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है।
विशाल यादव से अब विभिन्न खुफिया एजेंसियां जयपुर के केंद्रीय पूछताछ केंद्र में संयुक्त रूप से पूछताछ कर रही हैं। अधिकारी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि इस जासूसी रैकेट में और कौन-कौन शामिल है और कितनी संवेदनशील जानकारी लीक हुई है। इस गिरफ्तारी से रक्षा प्रतिष्ठानों में सुरक्षा प्रोटोकॉल की समीक्षा तेज हो गई है।
