SOURCE Times Entertainment
नई दिल्ली: हाल के शोधों ने उच्च यूरिक एसिड और गंभीर स्वास्थ्य जटिलताओं, जैसे कि अचानक दिल का दौरा और मेटाबॉलिक सिंड्रोम के बीच एक चिंताजनक संबंध पर प्रकाश डाला है। पहले इसे केवल गाउट से जोड़ा जाता था, लेकिन अब यह स्पष्ट होता जा रहा है कि शरीर में यूरिक एसिड का बढ़ा हुआ स्तर कई पुरानी बीमारियों के जोखिम को बढ़ा सकता है।
यूरिक एसिड क्या है और यह क्यों बढ़ता है?
यूरिक एसिड एक अपशिष्ट उत्पाद है जो शरीर में प्यूरीन नामक पदार्थों के टूटने से बनता है। प्यूरीन प्राकृतिक रूप से शरीर में पाए जाते हैं और कुछ खाद्य पदार्थों जैसे लाल मांस, समुद्री भोजन और शराब में भी मौजूद होते हैं। आमतौर पर, यूरिक एसिड गुर्दे द्वारा फ़िल्टर किया जाता है और मूत्र के माध्यम से शरीर से बाहर निकल जाता है। हालांकि, जब शरीर बहुत अधिक यूरिक एसिड का उत्पादन करता है या गुर्दे इसे प्रभावी ढंग से बाहर निकालने में असमर्थ होते हैं, तो यह रक्त में जमा हो जाता है, जिससे हाइपरयूरिसीमिया (उच्च यूरिक एसिड स्तर) होता है।
अचानक दिल का दौरा और यूरिक एसिड का संबंध
यूरिक एसिड का उच्च स्तर दिल के दौरे के जोखिम को कई तरीकों से बढ़ा सकता है:
* सूजन (Inflammation): बढ़ा हुआ यूरिक एसिड शरीर में पुरानी सूजन को बढ़ावा देता है। यह सूजन रक्त वाहिकाओं की आंतरिक परत (एंडोथेलियम) को नुकसान पहुंचा सकती है, जिससे एथेरोस्क्लेरोसिस (धमनियों का सख्त होना) का खतरा बढ़ जाता है। एथेरोस्क्लेरोसिस दिल के दौरे का एक प्रमुख कारण है।
* उच्च रक्तचाप (High Blood Pressure): शोध बताते हैं कि उच्च यूरिक एसिड का स्तर उच्च रक्तचाप से जुड़ा है। उच्च रक्तचाप हृदय पर अतिरिक्त तनाव डालता है और दिल के दौरे के जोखिम को बढ़ाता है।
* ऑक्सीडेटिव तनाव (Oxidative Stress): यूरिक एसिड का बढ़ा हुआ स्तर शरीर में ऑक्सीडेटिव तनाव को बढ़ावा दे सकता है, जो कोशिकाओं और ऊतकों को नुकसान पहुंचाता है, जिसमें हृदय कोशिकाएं भी शामिल हैं।
* प्लेटलेट एकत्रीकरण (Platelet Aggregation): कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि उच्च यूरिक एसिड रक्त प्लेटलेट्स को अधिक चिपचिपा बना सकता है, जिससे रक्त के थक्के बनने की संभावना बढ़ जाती है, जो दिल के दौरे को ट्रिगर कर सकते हैं।
मेटाबॉलिक सिंड्रोम और यूरिक एसिड
मेटाबॉलिक सिंड्रोम एक ऐसी स्थिति है जिसमें कई जोखिम कारक एक साथ मौजूद होते हैं, जिससे हृदय रोग, स्ट्रोक और टाइप 2 मधुमेह का खतरा बढ़ जाता है। इन कारकों में पेट की चर्बी, उच्च रक्तचाप, उच्च रक्त शर्करा, उच्च ट्राइग्लिसराइड्स और कम एचडीएल (अच्छा) कोलेस्ट्रॉल शामिल हैं।
उच्च यूरिक एसिड को मेटाबॉलिक सिंड्रोम के एक स्वतंत्र घटक के रूप में तेजी से पहचाना जा रहा है। यह इंसुलिन प्रतिरोध को बढ़ा सकता है, जो मेटाबॉलिक सिंड्रोम का एक केंद्रीय पहलू है। इंसुलिन प्रतिरोध से रक्त शर्करा का स्तर बढ़ सकता है, वसा का असामान्य संचय हो सकता है और उच्च रक्तचाप हो सकता है, जो सभी मेटाबॉलिक सिंड्रोम के घटक हैं।
यूरिक एसिड को कैसे प्रबंधित करें?
अच्छी खबर यह है कि यूरिक एसिड के स्तर को जीवनशैली में बदलाव और कुछ मामलों में दवा के माध्यम से प्रभावी ढंग से प्रबंधित किया जा सकता है:
* आहार में बदलाव:
* प्यूरीन युक्त खाद्य पदार्थों से बचें/सीमित करें: लाल मांस, समुद्री भोजन (विशेष रूप से सार्डिन, एंकोवी), ऑर्गन मीट (लीवर, किडनी), और यीस्ट वाले खाद्य पदार्थ (जैसे बीयर) का सेवन कम करें।
* फ्रुक्टोज युक्त पेय से बचें: सोडा, फलों के रस और अन्य मीठे पेय पदार्थों में उच्च फ्रुक्टोज होता है, जो यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ा सकता है।
* पानी का सेवन बढ़ाएँ: पर्याप्त पानी पीने से यूरिक एसिड को गुर्दे के माध्यम से बाहर निकालने में मदद मिलती है। दिन में कम से कम 8-10 गिलास पानी पिएं।
* कम वसा वाले डेयरी उत्पाद: कुछ अध्ययनों से पता चला है कि कम वसा वाले डेयरी उत्पाद यूरिक एसिड को कम करने में मदद कर सकते हैं।
* चेरी और विटामिन सी: चेरी और विटामिन सी के सप्लीमेंट्स कुछ लोगों में यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में सहायक पाए गए हैं।
* स्वस्थ वजन बनाए रखें: मोटापा यूरिक एसिड के उच्च स्तर से जुड़ा है। वजन कम करना यूरिक एसिड को कम करने और समग्र स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद कर सकता है।
* नियमित व्यायाम: शारीरिक गतिविधि न केवल वजन प्रबंधन में मदद करती है बल्कि इंसुलिन संवेदनशीलता में भी सुधार करती है और हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देती है।
* शराब का सेवन सीमित करें: विशेष रूप से बीयर, यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ा सकती है।
* दवाएं: यदि जीवनशैली में बदलाव पर्याप्त नहीं हैं, तो डॉक्टर यूरिक एसिड कम करने वाली दवाएं (जैसे एलोप्यूरिनॉल या फेबुक्सोस्टेट) लिख सकते हैं। यह गाउट के हमलों को रोकने और उच्च यूरिक एसिड से संबंधित अन्य जटिलताओं के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है।
* नियमित जांच: अपने यूरिक एसिड के स्तर की नियमित जांच करवाना महत्वपूर्ण है, खासकर यदि आपके पास उच्च यूरिक एसिड के लिए जोखिम कारक हैं या आपको गाउट का इतिहास रहा है।
संक्षेप में, उच्च यूरिक एसिड एक उपेक्षित स्वास्थ्य चिंता है जो अचानक दिल का दौरा और मेटाबॉलिक सिंड्रोम जैसी गंभीर स्थितियों का कारण बन सकती है। यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित करने के लिए सक्रिय कदम उठाना न केवल गाउट के हमलों को रोकने में मदद करेगा, बल्कि आपके समग्र हृदय स्वास्थ्य और दीर्घायु के लिए भी महत्वपूर्ण होगा। यदि आपको अपने यूरिक एसिड के स्तर के बारे में चिंता है, तो अपने डॉक्टर से सलाह लें।
