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नई दिल्ली: भारत और इंग्लैंड के बीच हाल ही में समाप्त हुए रोमांचक ओवल टेस्ट के बाद एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा पर गेंद से छेड़छाड़ (बॉल टैंपरिंग) करने का आरोप लगाया गया है। यह आरोप किसी और ने नहीं, बल्कि पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शब्बीर अहमद ने लगाया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा कि मैच में इस्तेमाल हुई गेंद को आईसीसी को ‘लैब जांच’ के लिए भेजना चाहिए।
ओवल टेस्ट के पांचवें और निर्णायक दिन भारत ने इंग्लैंड पर छह रनों से ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी, जिससे पांच मैचों की सीरीज 2-2 से बराबरी पर समाप्त हुई। इस जीत के शिल्पकार सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा रहे, जिन्होंने पुरानी गेंद से जबरदस्त स्विंग और रिवर्स स्विंग हासिल की, जिससे इंग्लैंड के बल्लेबाज ताश के पत्तों की तरह ढह गए।
शब्बीर अहमद ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, “मुझे लगता है कि भारत ने वैसलीन का इस्तेमाल किया। 80 ओवर के बाद भी गेंद नई जैसी चमक रही थी। अंपायरों को इस गेंद को जांच के लिए लैब में भेजना चाहिए।” उनके इस बयान ने क्रिकेट जगत में एक नई बहस छेड़ दी है।
हालांकि, मैच के दौरान न तो अंपायरों ने और न ही मैच रेफरी ने गेंद की स्थिति को लेकर कोई आपत्ति जताई। कई क्रिकेट पंडितों ने शब्बीर अहमद के इस आरोप को खारिज करते हुए कहा कि ओवल की पिच और आसमान में छाए बादलों के कारण गेंद को स्विंग मिलना स्वाभाविक था। इसके अलावा, भारत ने 80 ओवर के बाद नई गेंद लेने का विकल्प नहीं चुना, जो उनकी पुरानी गेंद पर विश्वास को दर्शाता है।
आईसीसी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए, गेंद की जांच का आदेश दिया है। इस जांच के परिणाम से ही यह तय हो पाएगा कि क्या भारत के गेंदबाजों ने नियमों का उल्लंघन किया था या यह सिर्फ उनकी गेंदबाजी कौशल का कमाल था। इस बीच, बीसीसीआई या भारतीय टीम की ओर से इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
