Source The Hindu
अलास्का: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच आज अलास्का में बहुप्रतीक्षित शिखर सम्मेलन शुरू हो गया है। दोनों नेताओं के बीच विभिन्न द्विपक्षीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है।
शिखर सम्मेलन से पहले एक प्रेस वार्ता में, राष्ट्रपति ट्रम्प ने कहा कि वह इस बैठक को लेकर आशावादी हैं, लेकिन अगर यह अच्छी तरह से नहीं चलती है तो वह “वॉक आउट” करने में भी संकोच नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका अपने हितों की रक्षा के लिए दृढ़ है और वह किसी भी ऐसे समझौते को स्वीकार नहीं करेगा जो उसके लिए फायदेमंद न हो।
राष्ट्रपति ट्रम्प ने विशेष रूप से यूक्रेन में चल रहे संघर्ष और रूस के कथित साइबर हमलों पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इन मुद्दों पर प्रगति देखना महत्वपूर्ण है और अगर रूस रचनात्मक रुख नहीं अपनाता है तो बातचीत जारी रखना मुश्किल होगा।
वहीं, रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने भी शिखर सम्मेलन से पहले बयान दिया। उन्होंने कहा कि रूस अमेरिका के साथ एक “व्यावहारिक और सम्मानजनक” संवाद के लिए तैयार है। उन्होंने आपसी हित के मुद्दों पर चर्चा करने और संबंधों को स्थिर करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
माना जा रहा है कि इस शिखर सम्मेलन में व्यापार, परमाणु निरस्त्रीकरण और जलवायु परिवर्तन जैसे अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर भी बातचीत होगी। दुनिया भर के राजनयिकों और विश्लेषकों की निगाहें इस बैठक पर टिकी हुई हैं, क्योंकि इसके परिणाम दोनों देशों के भविष्य के संबंधों और वैश्विक भू-राजनीति को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित कर सकते हैं।
बैठक के शुरुआती घंटे बिना किसी बड़े ब्रेकथ्रू के शांतिपूर्ण रहे। दोनों नेताओं को हाथ मिलाते हुए और संक्षिप्त बातचीत करते हुए देखा गया। हालांकि, असली परीक्षा तब होगी जब वे बंद कमरे में गंभीर मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
यह शिखर सम्मेलन ऐसे समय में हो रहा है जब दोनों देशों के बीच संबंध तनावपूर्ण बने हुए हैं। यूक्रेन युद्ध और विभिन्न अंतरराष्ट्रीय विवादों को लेकर दोनों देशों के बीच गहरे मतभेद हैं। ऐसे में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि क्या राष्ट्रपति ट्रम्प और राष्ट्रपति पुतिन मतभेदों को कम करने और सहयोग के रास्ते तलाशने में सफल हो पाते हैं या नहीं।
शिखर सम्मेलन के अपडेट और महत्वपूर्ण घोषणाओं के लिए बने रहें।
