Source CNBC tv 18
नई दिल्ली: वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि हिंद महासागर में स्थित एक पानी के नीचे का ज्वालामुखी, जो वर्तमान में प्रतिदिन लगभग 1,000 छोटे भूकंपों को जन्म दे रहा है, 2025 तक फट सकता है। यह ज्वालामुखी, जो फ्रांसीसी विदेशी क्षेत्र मेयोटे के तट से दूर स्थित है, 2018 से असामान्य गतिविधि दिखा रहा है।
वैज्ञानिकों के अनुसार, ज्वालामुखी के भीतर मैग्मा का जमाव बढ़ रहा है, जिससे दबाव बन रहा है और बार-बार भूकंप आ रहे हैं। हालिया शोधों से पता चला है कि ज्वालामुखी का मैग्मा भंडार पहले के अनुमानों की तुलना में काफी बड़ा है। यदि यह ज्वालामुखी फटता है, तो यह न केवल आसपास के समुद्री जीवन के लिए खतरा पैदा करेगा बल्कि सुनामी भी उत्पन्न कर सकता है, जिससे तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए गंभीर खतरा पैदा हो सकता है।
हालांकि, कुछ वैज्ञानिक यह भी मानते हैं कि जरूरी नहीं कि सभी तीव्र भूकंपीय गतिविधियां ज्वालामुखी विस्फोट का कारण बनें। ज्वालामुखी के व्यवहार का अनुमान लगाना जटिल है, और आगे की निगरानी और अध्ययन से ही इसकी संभावित गतिविधि के बारे में अधिक जानकारी मिल सकेगी।
फिलहाल, संबंधित अधिकारियों ने मेयोटे और आसपास के क्षेत्रों में निगरानी बढ़ा दी है और निवासियों को ज्वालामुखी गतिविधि से संबंधित किसी भी असामान्य संकेत के बारे में सतर्क रहने की सलाह दी है।
