Source The Hindu
नई दिल्ली: भारत अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में एक और ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करने की ओर बढ़ रहा है। भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम से जुड़ी एक बड़ी घोषणा करते हुए अंतरिक्ष वैज्ञानिक शुभांशु शुक्ला ने कहा है कि बहुत जल्द हमारे ही देश का कोई व्यक्ति हमारे ही रॉकेट से अंतरिक्ष की यात्रा करेगा।
शुक्ला ने बताया कि इस मिशन की तैयारियाँ तेज़ी से चल रही हैं और यह भारत के लिए एक गर्व का क्षण होगा। अब तक भारतीय अंतरिक्ष यात्री केवल विदेशी अंतरिक्ष अभियानों के माध्यम से अंतरिक्ष में गए हैं, लेकिन इस बार यह पूरी तरह से भारत निर्मित रॉकेट और तकनीक के जरिए होगा।
उन्होंने कहा, “यह केवल विज्ञान की उपलब्धि नहीं बल्कि भारत की आत्मनिर्भरता का भी प्रतीक है। जब कोई भारतीय हमारे अपने रॉकेट से अंतरिक्ष में जाएगा, तो यह आने वाली पीढ़ियों को विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में और आगे बढ़ने की प्रेरणा देगा।”
जानकारों का मानना है कि यह मिशन ‘गगनयान’ कार्यक्रम से जुड़ा हुआ हो सकता है, जिस पर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) लंबे समय से काम कर रहा है। इस कार्यक्रम के तहत भारतीय अंतरिक्ष यात्री (गगननॉट्स) को पृथ्वी की कक्षा में भेजने की योजना है।
भारत के इस ऐतिहासिक कदम से न केवल अंतरिक्ष अनुसंधान में नई दिशा मिलेगी बल्कि वैश्विक स्तर पर भारत की स्थिति भी और मज़बूत होगी। आने वाले महीनों में इस मिशन को लेकर आधिकारिक घोषणा किए जाने की संभावना है।
