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25 अगस्त 2025 को, दक्षिणी गाज़ा के खान यूनीस में स्थित नासर अस्पताल को दो चरणों में इज़राइली वायुसेना ने निशाना बनाया। पहले हमला अस्पताल की ऊपरी मंजिल पर हुआ और जब बचाव दल और पत्रकार पहुंचे, तब दूसरा हमला किया गया। इस दर्दनाक घटना में कम से कम 20 लोगों की जान गई, जिनमें अस्पताल कर्मी और पत्रकार शामिल थे ।
गाज़ा के सरकारी स्वास्थ्य विभाग और पत्रकार संघों ने मृत पत्रकारों की पहचान निम्नलिखित नामों से बताई है:
हुस्साम अल-मासरी (Hussam al-Masri) – रॉयटर्स के साथ काम करने वाले कैमरामैन
मोहमद सालामा (Mohammed Salama) – अल जज़ीरा के फ़ोटोजर्नलिस्ट
मरियम अबू दक्का (Mariam Abu Daqqa) – स्वतंत्र पत्रकार, एपी (Associated Press) और अन्य समाचार माध्यमों के साथ
मोअज़ अबू तह़ा (Moaz Abu Taha) – NBC जैसे मीडिया आउटलेट्स के लिए रिपोर्टर
अहमद अबू अजिज़ (Ahmed Abu Aziz) – कुद्स फीड नेटवर्क सहित अन्य माध्यमों के लिए काम करने वाले पत्रकार
इन पत्रकारों का अस्पताल के चौथे तल पर लाइव कवरेज या रिपोर्टिंग करते समय हमला हुआ। नासर अस्पताल गाज़ा के दक्षिण में सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं का एकमात्र मुख्य केंद्र है, जो पहले से ही संचालन में संकट का सामना कर रहा था ।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस हमले की भारी निंदा हुई है। संयुक्त राष्ट्र, कई देशों के विदेश मंत्रालय और प्रेस स्वतंत्रता संगठनों ने इसे अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानूनों का उल्लंघन करार दिया है और फौरी जांच की मांग की है । इज़राइली सेना ने इसे एक “त्रासदीपूर्ण भूल” बताते हुए जांच की घोषणा की है ।
इस हमले से पत्रकार सुरक्षा की मौजूदा चुनौतियाँ और ग़ाज़ा में मीडिया कार्यकर्ताओं की बढ़ती मौतें एक बार फिर उजागर हुई हैं। अक्टूबर 2023 के बाद से अब तक, 240 से अधिक पत्रकारों की मौत रिपोर्ट की जा चुकी है, जिससे यह संघर्ष दुनिया में काम कर रहे पत्रकारों के लिए अब तक का सबसे ख़तर्नाक बन चुका है ।
