Source The economics Times
नई दिल्ली: भारत के मुख्य आर्थिक सलाहकार (CEA) विजय नागेश्वरन ने स्पष्ट किया है कि भारत वर्तमान में अमेरिकी डॉलर का कोई वैकल्पिक विकल्प खोजने की प्रक्रिया में नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि वैश्विक आर्थिक परिदृश्य में वर्तमान मुद्रा व्यवस्था में कोई विशेष बदलाव नहीं लाने की भारत की नीति है।
CEA नागेश्वरन ने हाल ही में एक आर्थिक सम्मेलन के दौरान यह बात कही। उन्होंने कहा, “हम वैश्विक वित्तीय व्यवस्था की स्थिरता को महत्व देते हैं और वर्तमान समय में डॉलर के विकल्प की तलाश करने की कोई आवश्यकता नहीं समझते। भारत का फोकस घरेलू आर्थिक सुधार, विनिर्माण क्षमता बढ़ाना और निर्यात को प्रोत्साहित करना है।”
विशेषज्ञों का मानना है कि रूस और चीन जैसे देशों के द्वारा अमेरिकी डॉलर से हटकर अन्य मुद्राओं में व्यापार करने की कोशिशें हो रही हैं, लेकिन भारत का रुख इस मामले में स्पष्ट है। नागेश्वरन ने यह भी जोड़ा कि भारत अपने आर्थिक हितों को ध्यान में रखते हुए वैश्विक सहयोग को प्राथमिकता देता रहेगा।
इस बयान के बाद वित्तीय बाजारों में कोई खास प्रतिक्रिया नहीं आई, लेकिन यह साफ संकेत माना जा रहा है कि भारत अमेरिका के साथ मजबूत आर्थिक और व्यापारिक रिश्ते बनाए रखने में विश्वास रखता है।
सरकार का यह दृष्टिकोण वैश्विक आर्थिक स्थिरता के साथ-साथ भारतीय व्यापारियों और निवेशकों को भी भरोसा दिलाने वाला कदम माना जा रहा है।
