Source India Today
नई दिल्ली, 23 सितंबर 2025 – अमेरिका में एच-1बी वीज़ा विवाद गहराने के बीच भारत और अमेरिका के रिश्तों पर चर्चा तेज हो गई है। अमेरिकी सीनेटर मार्को रुबियो ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात के बाद भारत को अमेरिका के लिए “बेहद अहम साझेदार” करार दिया।
रुबियो ने कहा कि भारत केवल एशिया में ही नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर अमेरिका की रणनीतिक प्राथमिकताओं में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि दोनों देशों के बीच तकनीक, रक्षा, ऊर्जा और व्यापार जैसे क्षेत्रों में सहयोग और गहरा होना चाहिए।
इस मुलाकात का महत्व ऐसे समय में और बढ़ गया है जब अमेरिका में एच-1बी वीज़ा की नई शर्तों और भारी प्रवेश शुल्क को लेकर भारतीय आईटी पेशेवरों में नाराज़गी देखी जा रही है। बड़ी संख्या में भारतीय इस वीज़ा का उपयोग कर अमेरिका में नौकरी करते हैं, ऐसे में इस विवाद ने दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति पैदा कर दी है।
जयशंकर और रुबियो की बातचीत में क्षेत्रीय सुरक्षा, इंडो-पैसिफिक में सहयोग और तकनीकी साझेदारी को भी अहम मुद्दों के रूप में शामिल किया गया। दोनों नेताओं ने इस बात पर सहमति जताई कि भारत और अमेरिका के बीच सहयोग न केवल द्विपक्षीय रिश्तों को मजबूत करेगा बल्कि वैश्विक स्थिरता में भी योगदान देगा।
राजनयिकों का मानना है कि एच-1बी वीज़ा विवाद से जुड़ी समस्याओं के बावजूद यह संवाद इस बात का संकेत है कि दोनों देश रिश्तों को कमजोर होने नहीं देंगे। आने वाले समय में इस मुद्दे पर उच्च स्तरीय वार्ता की उम्मीद जताई जा रही है।
