Source NDTV
वाशिंगटन/गाज़ा — अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शुक्रवार को हमास को एक कड़ा अल्टीमेटम जारी करते हुए कहा है कि उन्हें रविवार शाम 6 बजे (वॉशिंगटन डी.सी. समय) तक उनका प्रस्ताव स्वीकार करना होगा, नहीं तो “all hell, like no one has ever seen before” जैसा विद्रोह होगा।
ट्रम्प ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा:
> “An Agreement must be reached with Hamas by Sunday Evening at SIX (6) P.M., Washington, D.C. time. … If this LAST CHANCE agreement is not reached, all HELL, like no one has ever seen before, will break out against Hamas. THERE WILL BE PEACE IN THE MIDDLE EAST ONE WAY OR THE OTHER.”
उनकी योजना एक 20-बिंदु शांति प्रस्ताव है, जिसे उन्होंने इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ मिलकर पेश किया था। इस प्रस्ताव में तात्कालिक संघर्ष विराम, बंधकों का आदान-प्रदान, हमास का निरस्त्रीकरण और गाजा पर एक अंतरराष्ट्रीय नियंत्रण व्यवस्था शामिल है।
हालाँकि, यह योजना हमास की ओर से तैयार नहीं की गई थी और समूह पहले ही निरस्त्रीकरण को अस्वीकार कर चुका है। हमास ने कहा है कि प्रस्ताव पर “गहन विचार-विमर्श” जारी है।
ट्रम्प ने यह भी दावा किया है कि अब तक 25,000 से अधिक हमास लड़ाके मारे जा चुके हैं और अधिकांश बचे हुए लड़ाके घिरे हुए हैं। साथ ही उन्होंने निर्दोष बालस्थानीय निवासियों को सुरक्षित इलाकों में चले जाने की हिदायत दी है।
दूसरी ओर, संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रमुख टॉम फ्लेचर ने कहा है कि ट्रम्प की पहल एक “संभावित अवसर” हो सकती है जिससे बड़े पैमाने पर मानवीय सहायता गाज़ा पहुंच सके और बंधकों को लौटाया जा सके।
पर आलोचकों का कहना है कि इस तरह की समयसीमा और धमकी बिंदु पर हास्य नहीं, बल्कि एक तरह की जबरदस्ती है। यदि हमास ने प्रस्ताव ठुकराया, तो ट्रम्प ने साफ कहा है कि देश युद्ध के हर मंच पर कार्रवाई करेगा।
गज़ा में लगातार नरसंहार और मानवीय संकट के बीच, इस अल्टीमेटम के बाद आने वाले दिनों में क्षेत्र में तनाव और संघर्ष की लकीर और गहरी हो सकती है।
