Source The Hindu
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को नई दिल्ली के यशोभूमि कन्वेंशन सेंटर में इंडिया मोबाइल कांग्रेस (IMC) 2025 का उद्घाटन करते हुए देश के डिजिटल विकास पर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि भारत में आज 1GB वायरलेस डेटा की कीमत एक कप चाय से भी कम है, जो यह दर्शाता है कि देश में डिजिटल कनेक्टिविटी अब विलासिता नहीं, बल्कि हर भारतीय के जीवन का अभिन्न अंग बन गई है।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में भारत की दूरसंचार क्रांति की प्रमुख उपलब्धियों को रेखांकित किया:
डिजिटल कनेक्टिविटी: हर भारतीय की ज़रूरत
प्रधानमंत्री मोदी ने ज़ोर देकर कहा कि भारत दुनिया के उन अग्रणी देशों में शामिल है जहाँ प्रति उपयोगकर्ता डेटा खपत सबसे अधिक है। उन्होंने कहा, “आज भारत में 1GB वायरलेस डेटा की कीमत एक कप चाय से भी कम है।” संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस उपलब्धि पर और जानकारी देते हुए बताया कि भारत में मोबाइल डेटा की लागत पिछले 11 वर्षों में 98% तक गिर गई है, जो 2014 में ₹287 प्रति GB थी, वह आज लगभग ₹9.11 प्रति GB हो गई है।
स्वदेशी तकनीक का परचम
पीएम मोदी ने भारत की स्वदेशी तकनीकी क्षमता पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने ‘मेड इन इंडिया 4G स्टैक’ के लॉन्च की घोषणा की, जो एक बड़ी घरेलू उपलब्धि है। इस पहल के साथ, भारत उन चुनिंदा पांच देशों में शामिल हो गया है जिनके पास अपनी स्वदेशी 4G तकनीक मौजूद है। उन्होंने कहा कि यह स्वदेशी 4G और 5G नेटवर्क न केवल देश में निर्बाध कनेक्टिविटी सुनिश्चित करेगा, बल्कि तेज और विश्वसनीय इंटरनेट सेवाएं भी प्रदान करेगा।
मोबाइल विनिर्माण और निर्यात में रिकॉर्ड वृद्धि
प्रधानमंत्री ने ‘मेक इन इंडिया’ और ‘डिजिटल इंडिया’ मिशन की सफलता का भी उल्लेख किया:
पिछले एक दशक में मोबाइल विनिर्माण 28 गुना बढ़ा है।
मोबाइल निर्यात में 127 गुना की भारी वृद्धि हुई है।
देश में इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन 2014 से छह गुना बढ़ गया है।
भारत अब दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा 5G और टेलीकॉम मार्केट बन गया है।
निवेश और भविष्य की तैयारी
प्रधानमंत्री ने वैश्विक निवेशकों से ‘निवेश करो, नवाचार करो और भारत में बनाओ’ (Invest, Innovate, and Make in India) का आह्वान किया। उन्होंने बताया कि भारत 6G तकनीक पर भी तेजी से काम कर रहा है और देश भर में 10 सेमीकंडक्टर विनिर्माण इकाइयों पर कार्य प्रगति पर है।
IMC 2025 में 150 से अधिक देशों से 1.5 लाख से अधिक आगंतुक और 400 से अधिक कंपनियां भाग ले रही हैं, जहाँ 5G/6G, AI, साइबर सुरक्षा और हरित प्रौद्योगिकी सहित 1,600 से अधिक अत्याधुनिक उपयोग के मामलों का प्रदर्शन किया जा रहा है।
