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नई दिल्ली: देश की सबसे बड़ी पेंट निर्माता कंपनी एशियन पेंट्स ने भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) की जांच के आदेश को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। कंपनी ने बॉम्बे हाई कोर्ट के उस फैसले के खिलाफ शीर्ष अदालत में अपील की है, जिसमें CCI की जांच के आदेश को बरकरार रखा गया था।
CCI ने आदित्य बिड़ला समूह की कंपनी ग्रासिम इंडस्ट्रीज (बिड़ला ओपस पेंट्स) द्वारा दायर शिकायत के बाद यह जांच शुरू की थी। ग्रासिम ने आरोप लगाया था कि एशियन पेंट्स सजावटी पेंट बाजार में अपनी प्रमुख स्थिति का दुरुपयोग कर रही है और डीलरों को विशेष छूट और प्रोत्साहन की पेशकश करके उन्हें नए प्रतिस्पर्धियों, जैसे कि बिड़ला ओपस के उत्पाद बेचने से रोक रही है।
बॉम्बे हाई कोर्ट ने 11 सितंबर को एशियन पेंट्स की याचिका खारिज कर दी थी, जिसमें CCI के जांच आदेश को रद्द करने की मांग की गई थी। हाई कोर्ट ने कहा था कि CCI को प्रथम दृष्टया जांच के चरण में किसी भी पक्ष को सुनवाई का अवसर देने का कोई अंतर्निहित अधिकार नहीं है।
एशियन पेंट्स ने अपनी याचिका में यह तर्क दिया था कि समान आरोप पहले जेएसडब्ल्यू पेंट्स द्वारा भी लगाए गए थे, जिन्हें CCI ने 2022 में खारिज कर दिया था। कंपनी ने यह भी आरोप लगाया था कि CCI के जांच आदेश में प्रक्रियात्मक त्रुटियाँ थीं, जिसमें एक मसौदा आदेश का अनजाने में प्रकाशन भी शामिल था, जिसमें संवेदनशील दावे थे।
एशियन पेंट्स ने CCI के जांच आदेश और बॉम्बे हाई कोर्ट के फैसले दोनों को रद्द करने की मांग करते हुए अब सुप्रीम कोर्ट में अपील की है। बाजार विश्लेषकों का मानना है कि इस कानूनी अनिश्चितता के कारण निकट भविष्य में एशियन पेंट्स के स्टॉक पर दबाव बना रह सकता
है।
