Source The economics Times
भारत ने घरेलू सीरीज़ में शानदार प्रदर्शन करते हुए विपक्षी टीम के खिलाफ क्लीन स्वीप दर्ज किया, जिससे टीम का आत्मविश्वास तो बढ़ा है, लेकिन आगामी साउथ अफ्रीका टेस्ट सीरीज़ से पहले कई अहम सवाल अब भी बने हुए हैं।
तीन मैचों की इस वनडे/टी20 (सीरीज़ के प्रारूप के अनुसार) में भारत ने हर मुकाबले में दबदबा दिखाया। बल्लेबाज़ों ने रन बटोरे और गेंदबाज़ों ने लगातार विकेट निकालकर विपक्ष को कोई मौका नहीं दिया। कप्तान के रणनीतिक फैसले और युवा खिलाड़ियों का प्रदर्शन टीम के लिए सकारात्मक संकेत हैं।
हालांकि, टीम प्रबंधन की चिंताएँ भी कम नहीं हैं। साउथ अफ्रीका जैसी मजबूत टीम के खिलाफ विदेशी परिस्थितियों में बल्लेबाज़ी क्रम की स्थिरता, तेज़ गेंदबाज़ी संयोजन और ऑलराउंडर के चयन को लेकर चर्चा जारी है।
कई विशेषज्ञों का मानना है कि घरेलू पिचों पर मिली सफलता को विदेशी धरती पर दोहराना भारतीय टीम के लिए सबसे बड़ी चुनौती होगी।
मुख्य कोच और चयनकर्ताओं की नज़र अब साउथ अफ्रीका दौरे पर टीम संयोजन पर होगी, जहाँ तेज़ उछाल और स्विंग का सामना करना भारतीय बल्लेबाज़ों के लिए असली परीक्षा साबित होगा।
भारत ने भले ही क्लीन स्वीप से जीत का जश्न मनाया हो, लेकिन अब असली परीक्षा दक्षिण अफ्रीका की धरती पर उनका इंतज़ार कर रही है।
