Source The Indian Express
काकीनाडा/अमरावती (आंध्र प्रदेश): बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ अब आंध्र प्रदेश के तट पर लैंडफॉल (तट से टकराने की प्रक्रिया) के बेहद करीब है। मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, यह भीषण चक्रवाती तूफान मंगलवार देर शाम या रात तक काकीनाडा के पास मछलीपट्टनम और कलिंगपट्टनम के बीच तट को पार कर सकता है।
⚠️ तेज़ हवाएं और भारी वर्षा का दौर शुरू
लैंडफॉल से पहले ही आंध्र प्रदेश के तटीय जिलों में मौसम ने विकराल रूप ले लिया है। कई क्षेत्रों में 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज़ हवाएं चल रही हैं, जिनके लैंडफॉल के समय 90 से 110 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंचने की आशंका है। इसके साथ ही, तटीय इलाकों में भारी से बहुत भारी वर्षा का दौर जारी है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। सड़कों पर जलभराव और कुछ स्थानों पर पेड़ गिरने की खबरें भी सामने आई हैं।
🏠 10,000 लोग राहत शिविरों में स्थानांतरित
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, राज्य सरकार और आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने युद्धस्तर पर तैयारियां की हैं। अब तक तटीय और निचले इलाकों से 10,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकालकर राहत शिविरों (रिहैबिलिटेशन सेंटरों) में भेज दिया गया है। आंध्र प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (APSDMA) ने लोगों से अपील की है कि वे घरों के अंदर रहें और किसी भी आपातकालीन स्थिति के लिए प्रशासन द्वारा जारी दिशानिर्देशों का पालन करें।
रेड अलर्ट जारी: तटीय आंध्र के 19 जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है, जबकि अन्य जिलों में भी भारी बारिश और हवाओं की चेतावनी दी गई है। सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद रखने का निर्देश दिया गया है।
प्रशासनिक टीमें, जिनमें NDRF (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) और SDRF (राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल) शामिल हैं, पूरी तरह से अलर्ट पर हैं। बचाव और राहत कार्यों के लिए अर्थमूवर्स, ट्रैक्टर और पर्याप्त ईंधन के साथ जनरेटर को तैयार रखा गया है। मछुआरों को समुद्र में न जाने की सख्त सलाह दी गई है।
