Source CNBC tv 18
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले महागठबंधन (INDIA गठबंधन) ने अपना घोषणापत्र ‘बिहार का तेजस्वी प्रण’ जारी किया है। आरजेडी नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने इस घोषणापत्र को पटना में जारी करते हुए कहा कि यह सिर्फ वादों का दस्तावेज नहीं, बल्कि “नए बिहार की दिशा और दशा तय करने वाला रोडमैप” है।
तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार को बेरोजगारी, महंगाई और भ्रष्टाचार की जकड़ से मुक्त करना उनका पहला लक्ष्य होगा। उन्होंने दावा किया कि अगर उनकी सरकार बनती है तो राज्य में “10 लाख सरकारी नौकरियां” दी जाएंगी, और युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए “बिहार रोजगार मिशन” की शुरुआत की जाएगी।
घोषणापत्र के मुख्य बिंदु:
1. 10 लाख सरकारी नौकरियां: तेजस्वी यादव ने दोहराया कि सरकार बनने पर पहले ही कैबिनेट में रोजगार योजना को मंजूरी दी जाएगी।
2. शिक्षा और स्वास्थ्य सुधार: सरकारी स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और प्रत्येक जिले में आधुनिक अस्पतालों की स्थापना का वादा।
3. महिलाओं के लिए विशेष योजना: छात्राओं को स्नातक तक निशुल्क शिक्षा और ग्रामीण महिलाओं के लिए “महिला उद्यमिता कोष” का गठन।
4. किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी और कृषि ऋण माफी पर विचार।
5. शराबबंदी की समीक्षा: तेजस्वी ने कहा कि शराबबंदी कानून में सुधार किया जाएगा ताकि निर्दोष लोगों को जेल न जाना पड़े।
6. उद्योग और निवेश: राज्य में आईटी पार्क, औद्योगिक कॉरिडोर और युवाओं के लिए स्टार्टअप फंड की स्थापना का ऐलान।
घोषणापत्र जारी करते समय कांग्रेस, वामदलों और अन्य सहयोगी दलों के नेता भी मौजूद रहे। तेजस्वी यादव ने कहा कि यह “जनता का घोषणापत्र” है, जिसे राज्यभर से सुझाव लेकर तैयार किया गया है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि महागठबंधन का यह घोषणापत्र युवाओं और किसानों को ध्यान में रखकर बनाया गया है, जिससे एनडीए के खिलाफ मजबूत चुनावी मुकाबला देखने को मिल सकता है।
