Source TOI
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच हुई ऐतिहासिक बैठक के बाद अमेरिका-चीन व्यापारिक संबंधों में नई गर्माहट देखने को मिली है। दोनों देशों के बीच लंबे समय से चली आ रही व्यापारिक तनातनी में राहत देते हुए ट्रंप प्रशासन ने चीन से आयातित वस्तुओं पर लगने वाले टैरिफ को 47% तक घटाने की घोषणा की है।
व्हाइट हाउस द्वारा जारी बयान में कहा गया कि इस कदम का उद्देश्य “वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला को स्थिर करना और दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग को पुनर्जीवित करना” है। पहले ये टैरिफ 60% तक थे, जिन्हें अब घटाकर 47% कर दिया गया है।
इसके साथ ही ट्रंप प्रशासन ने चीन से आने वाले फेंटानिल-संबंधित उत्पादों पर लगाई गई विशेष ड्यूटी को भी घटाकर 10% कर दिया है। यह कदम नशीले पदार्थों की तस्करी पर नियंत्रण और चिकित्सा क्षेत्र में आवश्यक रासायनिक आपूर्ति को संतुलित करने के प्रयास के तहत उठाया गया है।
बैठक के बाद ट्रंप ने कहा, “हम अब एक नए दौर में प्रवेश कर रहे हैं जहां अमेरिका और चीन दोनों को लाभ होगा। यह केवल व्यापार नहीं, बल्कि विश्वास बहाली की दिशा में भी एक बड़ा कदम है।”
वहीं, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने इस निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि “चीन और अमेरिका को प्रतिस्पर्धा के बजाय सहयोग पर ध्यान देना चाहिए।”
विश्लेषकों का मानना है कि यह फैसला वैश्विक बाजारों में सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है, खासकर तकनीकी और औद्योगिक क्षेत्रों में, जहां अमेरिकी और चीनी कंपनियां परस्पर निर्भर हैं।
