Source NDTV sport
मुंबई। आईसीसी महिला विश्व कप 2025 के दूसरे सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया द्वारा दिए गए 339 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम को शुरुआती झटकों से उबरने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। सबसे बड़ा झटका तब लगा जब शानदार फॉर्म में चल रहीं सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना 24 रन बनाकर पवेलियन लौट गईं, जिसके बाद वह अपनी किस्मत पर अविश्वास जताती नजर आईं।
ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित ओवरों में 338 रन का रिकॉर्ड स्कोर खड़ा किया, जिसमें फोएबे लिचफील्ड (119 रन) और एलिस पेरी (77 रन) की तूफानी पारियां शामिल थीं। यह महिला विश्व कप सेमीफाइनल के इतिहास का सबसे बड़ा लक्ष्य है, जिसे हासिल करना भारतीय बल्लेबाजों के लिए एक बड़ी चुनौती साबित हो रहा है।
विशाल स्कोर का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही। सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा (10 रन) दूसरे ही ओवर में सस्ते में आउट हो गईं। इसके बाद स्मृति मंधाना और जेमिमा रोड्रिग्स ने पारी को संभालने की कोशिश की। मंधाना अच्छी लय में दिख रही थीं, उन्होंने कुछ शानदार शॉट भी लगाए, लेकिन 10वें ओवर में वह किम गार्थ की गेंद पर विकेटकीपर एलिसा हीली को कैच थमा बैठीं। अंपायर ने पहले उन्हें नॉट आउट दिया था, लेकिन ऑस्ट्रेलिया द्वारा डीआरएस लेने पर फैसला बदला गया।
महीन से किनारे पर आउट होने के बाद मंधाना काफी निराश और हैरान दिखीं। उनका आउट होना भारतीय खेमे के लिए एक बड़ा झटका था, क्योंकि वह टीम की सबसे भरोसेमंद बल्लेबाजों में से एक हैं। उनके आउट होते ही भारत का स्कोर 59 रन पर दो विकेट हो गया, और आवश्यक रन रेट तेजी से बढ़ रहा है।
अब टीम की उम्मीदें कप्तान हरमनप्रीत कौर और जेमिमा रोड्रिग्स के कंधों पर हैं। भारत को अगर इस मैच में ऐतिहासिक जीत दर्ज करनी है तो इन बल्लेबाजों को एक बड़ी और यादगार साझेदारी करनी होगी।
