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वॉशिंगटन: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक चौंकाने वाला दावा किया है कि पाकिस्तान गुपचुप तरीके से परमाणु हथियारों का परीक्षण कर रहा है। उन्होंने कहा कि रूस, चीन, उत्तर कोरिया और पाकिस्तान जैसे देश ‘भूमिगत’ (underground) परीक्षण कर रहे हैं, जिनके बारे में दुनिया को पता नहीं चलता। ट्रंप ने अपने प्रशासन के अमेरिका के परमाणु परीक्षण फिर से शुरू करने के फैसले को सही ठहराने के लिए यह बयान दिया।
🚨 गुप्त परीक्षणों का दावा
एक इंटरव्यू के दौरान, ट्रंप ने कहा, “रूस परीक्षण कर रहा है और चीन परीक्षण कर रहा है, लेकिन वे इसके बारे में बात नहीं करते। हम एक खुला समाज हैं। हम अलग हैं। हम इसके बारे में बात करते हैं क्योंकि अन्यथा आप लोग (मीडिया) इस पर रिपोर्ट करेंगे। उनके पास रिपोर्टर नहीं हैं जो इसके बारे में लिखेंगे।”
उन्होंने आगे कहा, “हम परीक्षण करेंगे क्योंकि वे परीक्षण करते हैं और अन्य परीक्षण करते हैं। और निश्चित रूप से उत्तर कोरिया परीक्षण कर रहा है। पाकिस्तान परीक्षण कर रहा है।”
ट्रंप ने तर्क दिया कि ये देश बहुत गहराई में भूमिगत परीक्षण करते हैं, जिससे किसी को ठीक-ठीक पता नहीं चलता कि क्या हो रहा है, “आपको सिर्फ एक हल्की कंपन (vibration) महसूस होती है।”
🇮🇳 भारत के लिए चिंता
ट्रंप का यह दावा भारत के लिए गंभीर चिंता का विषय है, क्योंकि वह दो परमाणु-सशस्त्र प्रतिद्वंद्वियों—चीन और पाकिस्तान—का सामना कर रहा है। सुरक्षा विशेषज्ञों ने कहा है कि ट्रंप का बयान बहुत बड़ा है और सुरक्षा एजेंसियों की इस पर कड़ी नजर होगी।
इससे पहले भी, इसी साल अप्रैल-मई में पाकिस्तान में छोटे-छोटे भूकंप के झटके महसूस किए गए थे, जिसके बाद कुछ विशेषज्ञों ने गुप्त परमाणु परीक्षण की आशंका जताई थी।
🇺🇸 अमेरिका का रुख
ट्रंप ने कहा कि वह नहीं चाहते कि अमेरिका अकेला ऐसा देश हो जो परमाणु परीक्षण न करे, क्योंकि हथियारों की विश्वसनीयता सुनिश्चित करने के लिए ऐसा करना जरूरी है। हालांकि, अमेरिकी ऊर्जा सचिव क्रिस राइट ने बाद में स्पष्ट किया कि ट्रंप के आदेश पर होने वाले परमाणु हथियार प्रणाली के नए परीक्षणों में वास्तविक परमाणु विस्फोट (full nuclear explosions) शामिल नहीं होंगे, बल्कि यह ‘गैर-महत्वपूर्ण’ (non-critical) प्रणाली परीक्षण होगा।
