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पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण में मतदाताओं ने इतिहास रच दिया है। राज्य के 18 जिलों की 121 विधानसभा सीटों पर गुरुवार (6 नवंबर 2025) को रिकॉर्ड 64.66 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। चुनाव आयोग के अनुसार, यह बिहार में अब तक का सबसे अधिक मतदान प्रतिशत है, जिसने वर्ष 2000 के विधानसभा चुनाव के 62.57% और 1998 के लोकसभा चुनाव के 64.6% के रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया है।
प्रमुख बिंदु
बम्पर वोटिंग: चुनाव आयोग ने गुरुवार शाम को जारी बयान में कहा कि पहले चरण का मतदान शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ और मतदाताओं ने, खासकर महिलाओं ने बड़ी संख्या में हिस्सा लिया।
सर्वाधिक मतदान: जिलों में बेगूसराय में सबसे अधिक 67.32% मतदान हुआ, जबकि शेखपुरा में सबसे कम वोटिंग दर्ज की गई।
शांतिपूर्ण चुनाव: बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विनोद सिंह गुंजियाल ने बताया कि कुछ छिटपुट घटनाओं को छोड़कर, मतदान पूरी तरह से शांतिपूर्ण रहा। चुनाव के दौरान 1415 व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया।
शिकायतें और EVM बदलाव: आयोग को कुल 143 शिकायतें मिलीं, जिनका समय पर निपटारा किया गया। मतदान के दौरान 165 बैलेट यूनिट, 169 कंट्रोल यूनिट और 480 वीवीपैट बदले गए।
आगे की प्रक्रिया: इस चरण में 1,314 उम्मीदवारों का चुनावी भविष्य ईवीएम में बंद हो गया है। बाकी 122 सीटों पर दूसरे चरण का मतदान 11 नवंबर को होगा, जबकि मतगणना 14 नवंबर को होगी।
रिकॉर्ड तोड़ मतदान प्रतिशत ने राजनीतिक विश्लेषकों के बीच चर्चा छेड़ दी है कि क्या यह सत्ता विरोधी लहर का संकेत है, या फिर यह सरकार के पक्ष में मतदाताओं के उत्साह को दर्शाता है। यह बम्पर वोटिंग किस गठबंधन के लिए शुभ संकेत लेकर आई है, इसका पता 14 नवंबर को मतगणना के दिन चलेगा।
