Source The Indian Express
साल 2025 का आखिरी ‘सुपरमून’ (Supermoon) दिसंबर में आसमान को रोशन करने वाला है। यह खगोलीय घटना न सिर्फ खगोल प्रेमियों के लिए खास होगी, बल्कि आम लोगों को भी एक दुर्लभ और मनमोहक दृश्य देखने का मौका देगी।
🌕 सुपरमून क्या होता है?
सुपरमून वह स्थिति होती है जब चांद अपनी कक्षा के सबसे नजदीकी बिंदु (perigee) पर होता है और साथ ही वह पूर्णिमा के चरण में होता है। इस स्थिति में चांद सामान्य से 14% बड़ा और लगभग 30% ज्यादा चमकीला दिखाई देता है।
📅 कब दिखेगा दिसंबर का सुपरमून?
दिसंबर 2025 का सुपरमून 12 दिसंबर की रात को दिखाई देगा। खगोलविदों के अनुसार, यह चांद अपने पूर्ण आकार में रात 9:15 बजे (भारतीय समयानुसार) सबसे ज्यादा चमकदार रहेगा। यह इस साल का चौथा और अंतिम सुपरमून होगा।
🌍 कहाँ दिखाई देगा?
भारत सहित एशिया, यूरोप, अफ्रीका और अमेरिका के कई हिस्सों में यह सुपरमून साफ आसमान की स्थिति में आसानी से देखा जा सकेगा। ग्रामीण इलाकों या कम प्रकाश प्रदूषण वाले क्षेत्रों से देखने पर इसका नजारा और भी खूबसूरत लगेगा।
🔭 कैसे देखें?
सुपरमून देखने के लिए किसी विशेष उपकरण की जरूरत नहीं है।
खुले आसमान और कम रोशनी वाले स्थान से देखना सबसे अच्छा रहेगा।
यदि आपके पास दूरबीन या टेलीस्कोप है, तो आप चांद की सतह पर क्रेटर और रेखाओं को भी साफ देख सकते हैं।
मोबाइल कैमरे से तस्वीर लेने के लिए नाइट मोड का उपयोग करें।
🌕 क्यों है यह खास?
यह सुपरमून न सिर्फ 2025 का अंतिम पूर्ण चांद होगा, बल्कि अगले साल यानी 2026 तक इस तरह की चमक देखने को नहीं मिलेगी। दिसंबर की ठंडी रात और चमकदार पूर्णिमा का यह संगम देखने लायक होगा।
संक्षेप में:
अगर आप आसमान के दीवाने हैं, तो 12 दिसंबर की रात अपने कैलेंडर में मार्क कर लीजिए — क्योंकि यह होगी साल की सबसे चमकदार और आखिरी सुपरमून नाइट! 🌝
