Source The economics Times
नई दिल्ली: टेक-आधारित कंपनियों के इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) के उत्साह पर अब ‘लैंसकार्ट इफ़ेक्ट’ का साया मंडरा रहा है। आईवियर रिटेलर Lenskart की उम्मीदों से कमज़ोर लिस्टिंग के बाद, अब आने वाले न्यू-एज आईपीओ के ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) में तेज़ गिरावट देखी गई है। वित्तीय प्लेटफार्म Groww, एडटेक कंपनी PhysicsWallah, और फिनटेक फर्म Pine Labs के आईपीओ का GMP गिरकर मात्र 2% से 5% के निचले स्तर पर आ गया है, जो निवेशकों के बदलते हुए सतर्क रुख को दर्शाता है।
📉 GMP में आई तेज़ गिरावट:
बाजार ट्रैकर से मिले आंकड़ों के अनुसार, इन हाई-प्रोफाइल कंपनियों के अनलिस्टेड शेयरों के प्रीमियम में भारी कमी आई है:
Pine Labs: कभी ₹35 का प्रीमियम कमांड करने वाला GMP अब गिरकर सिर्फ ₹4 (लगभग 2% प्रीमियम) के आसपास आ गया है।
PhysicsWallah (PW): इसका GMP भी आधे से कम होकर ₹9 से ₹4 (लगभग 4% प्रीमियम) पर सिमट गया है।
Groww: Groww का GMP भी ₹16 से गिरकर ₹5 (लगभग 5% प्रीमियम) हो गया है।
👓 ‘लैंसकार्ट इफ़ेक्ट’ क्या है?
Lenskart का शेयर सोमवार को अपने IPO प्राइस (₹402) से लगभग 3% कम, ₹390 पर लिस्ट हुआ था, जिसने हाई-वैल्यूएशन वाली डिजिटल कंपनियों में निवेशकों के भरोसे को झटका दिया। विशेषज्ञों का मानना है कि लैंसकार्ट की निराशाजनक शुरुआत के कारण निवेशकों के बीच एक ‘सतर्कता का माहौल’ बन गया है। निवेशकों को अब महसूस हो रहा है कि हाई-वैल्यूएशन वाले स्टार्टअप्स, भले ही उनकी वृद्धि की कहानी कितनी ही आकर्षक क्यों न हो, लिस्टिंग के दिन ज़रूरी नहीं कि बड़ा मुनाफा दें।
📊 मजबूत सब्सक्रिप्शन, फीके लिस्टिंग संकेत
दिलचस्प बात यह है कि बाजार में इस सतर्कता के बावजूद Groww के ₹6,632 करोड़ के आईपीओ को 17.6 गुना तक सब्सक्राइब किया गया था, जिसमें योग्य संस्थागत खरीदारों (QIB) ने 22 गुना बोली लगाई थी। वहीं, PhysicsWallah का ₹3,480 करोड़ का आईपीओ मंगलवार (11 नवंबर) को सब्सक्रिप्शन के लिए खुलने वाला है।
बाजार के जानकारों का कहना है कि मजबूत सब्सक्रिप्शन के बावजूद, ग्रे मार्केट प्रीमियम में आई यह गिरावट स्पष्ट संकेत है कि निवेशक अब लिस्टिंग के बाद होने वाले त्वरित लाभ की बजाय कंपनियों के मूलभूत वित्तीय पहलुओं और उनकी दीर्घकालिक लाभप्रदता को लेकर अधिक संजीदा हो गए हैं।
