Source Times Entertainment
तिरुवनंतपुरम: मलयालम सिनेमा के दिग्गज अभिनेता प्रेम नज़ीर के बेटे और खुद एक जाने-माने अभिनेता शनावास का 71 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। उन्होंने सोमवार देर रात तिरुवनंतपुरम के एक निजी अस्पताल में अंतिम सांस ली। शनावास पिछले कुछ समय से किडनी से संबंधित बीमारियों से जूझ रहे थे, और सोमवार को उनकी तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनके निधन से मलयालम फिल्म उद्योग और उनके प्रशंसकों में शोक की लहर दौड़ गई है।
शनावास ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत 1981 में फिल्म ‘प्रेमागीतंगल’ से की थी। अपने पिता की महान विरासत के बावजूद, उन्होंने अपनी एक अलग पहचान बनाई। चार दशकों से अधिक के अपने करियर में, उन्होंने 96 से अधिक मलयालम और तमिल फिल्मों में काम किया। उन्होंने रोमांटिक भूमिकाओं से लेकर जटिल खलनायक तक, विभिन्न प्रकार के किरदार निभाए और अपनी बहुमुखी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। उनकी कुछ यादगार फिल्मों में ‘मौना रागम’, ‘चित्रम’, ‘गानम’ और ‘महाराजावु’ शामिल हैं।
शनावास को अपने पिता प्रेम नज़ीर के साथ सात फिल्मों में अभिनय करने का भी दुर्लभ अवसर मिला, जिसकी शुरुआत ‘इवन ओरु सिम्हम’ से हुई थी। 2011 में सुपरहिट फिल्म ‘चाइना टाउन’ के साथ लंबे अंतराल के बाद उनकी वापसी ने उन्हें नई पीढ़ी के दर्शकों के बीच भी लोकप्रिय बनाया। उनकी अंतिम फिल्म 2022 की समीक्षकों द्वारा प्रशंसित थ्रिलर ‘जन गण मन’ थी, जिसमें पृथ्वीराज सुकुमारन मुख्य भूमिका में थे।
फिल्मों के अलावा, शनावास ने कई लोकप्रिय टेलीविजन धारावाहिकों में भी काम किया। ऑफ-स्क्रीन, उन्हें एक शांत और विचारशील व्यक्ति के रूप में जाना जाता था। उनके साथी कलाकार उन्हें एक विनम्र, ईमानदार और समर्पित अभिनेता के रूप में याद करते हैं। उनके परिवार में उनकी पत्नी, आयशा अब्दुल अजीज, और दो बेटे, समीर खान और अजित खान हैं। आज शाम को पल्यम मुस्लिम जमात कब्रिस्तान में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। उनके निधन से एक ऐसे युग का अंत हो गया है, जो मलयालम सिनेमा के सुनहरे दौर से जुड़ा हुआ था।
