Source India Today
नई दिल्ली: एयर इंडिया की अमृतसर से बर्मिंघम जा रही बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर उड़ान (AI-117) में एक आपातकालीन सिस्टम ‘रैम एयर टर्बाइन’ (RAT) के अचानक तैनात होने से यात्रियों में हड़कंप मच गया। हालांकि, विमान ने बर्मिंघम में सुरक्षित लैंडिंग कर ली, लेकिन इस घटना ने जून में अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया की दुखद उड़ान AI 171 दुर्घटना की भयावह यादें ताजा कर दी हैं। यह दुर्घटना भी उसी बोइंग 787 ड्रीमलाइनर मॉडल से जुड़ी थी।
इस घटना के बाद, फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स (FIP) ने नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) को पत्र लिखकर देश में मौजूद एयर इंडिया के सभी बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमानों के विद्युत प्रणालियों (electrical systems) की तत्काल और गहन जांच की मांग की है।
FIP के अध्यक्ष जी.एस. रंधावा ने अपने पत्र में कहा कि विमान स्वास्थ्य निगरानी (AHM) प्रणाली ने ‘बस पावर कंट्रोल यूनिट’ (BPCU) में खराबी का पता लगाया, जिसके कारण RAT अपने आप तैनात हो सकता है। यह प्रणाली आमतौर पर दोहरे इंजन फेल होने या पूरी तरह से बिजली/हाइड्रोलिक फेल होने की स्थिति में आपातकालीन शक्ति प्रदान करने के लिए तैनात होती है।
उन्होंने जोर देकर कहा कि AI 171 दुर्घटना के बाद भी, जिसमें इंजन के फ्यूल कंट्रोल स्विच कटऑफ होने की बात सामने आई थी, DGCA ने केवल फ्यूल कंट्रोल स्विच की जांच की थी, जबकि व्यापक विद्युत प्रणालियों की जांच को नज़रअंदाज़ कर दिया गया। FIP ने चेतावनी दी है कि इस मॉडल में विद्युत संबंधी कई घटनाएं हो चुकी हैं, और इस खतरे को देखते हुए पूरे बेड़े की तत्काल जांच आवश्यक है।
AI 171 विमान अहमदाबाद से उड़ान भरने के कुछ ही सेकंड बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें 260 लोगों की जान चली गई थी। ताज़ा घटना ने एक बार फिर से विमानन सुरक्षा प्रोटोकॉल और बोइंग 787 ड्रीमलाइनर बेड़े के संचालन पर वैश्विक चिंता बढ़ा दी है।
