Source The Hindu
बिहार के मोकामा विधानसभा क्षेत्र में हुए राजनीतिक विवादित हत्याकांड में मोड़ आ गया है। पूर्व विधायक Anant Singh और उनके साथियों को आज रात पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। यह मामला Dular Chand Yadav की मौत से जुड़ा है, जोकि Jan Suraaj Party के एक समर्थक थे और चुनाव प्रचार के दौरान मोकामा के तटवर्ती इलाके “ताल” क्षेत्र में एक विवाद के बीच मारे गए थे।
गिरफ्तारी एवं आरोप:
महाराष्ट्र नहीं, बल्कि बिहार के पटना जिला अंतर्गत मोकामा क्षेत्र में SSP पटनाके कर্তिकेय शर्मा ने पुष्टि की कि Anant Singh को रविवार सुबह गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तारी के दौरान Singh के साथ दो अन्य लोग — Manikant Thakur और Ranjeet Ram — भी हिरासत में लिए गए।
मृतक Dular Chand Yadav की पोस्ट-मॉर्टम रिपोर्ट में प्रमाणित हुआ कि उनकी मौत कार्डियो-रेस्पिरेटरी फेल्योर से हुई, जो हृदय व फेफड़ों की चोट व शॉक के कारण था।
मामले में कई एफआईआर दर्ज की गई हैं जिसमें अनंत सिंह का नाम प्रमुख आरोपी के रूप में शामिल है।
मामले की पृष्ठभूमि:
मोकामा क्षेत्र राजनीतिक रूप से संवेदनशील माना जाता है, जहाँ जात-पात और अपराध-संबंधित मामलों का लंबा इतिहास रहा है।
Dular Chand Yadav, जो पहले बाहुबली के नाम से जाने जाते थे, चुनावी प्रचार के दौरान जन सुराज पार्टी के प्रत्याशी के समर्थन में थे जब घटित घटना हुई।
आरोप है कि इस घटना के पीछे चुनावी रंजिश, समूह संघर्ष और पुराने गुटबाजी का हाथ है। Yadav के पोते ने सीधे Anant Singh पर हत्या करवाने का आरोप लगाया है।
प्रशासन व अगले कदम:
इस हत्या-कांड के बाद मोकामा व आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है ताकि माहौल बिगड़ने से रोका जा सके।
निर्वाचन आयोग ने भी इलाके में तैनात पुलिस-प्रशासन में बदलाव किया है; विशेषकर बारह-डी उपखंड के अधिकारी तथा स्थानीय थानेदारों को हटाया गया है।
अब पुलिस ने अधीन विभिन्न फोरेंसिक टीमों को कार्य सौंपा है और मामले की गम्भीरता को देखते हुए त्वरित जांच की बात की गई है।
राजनीतिक प्रभाव:
यह घटना राज्य विधानसभा चुनावों से ठीक पहले हुई है, जिससे राजनीतिक गरमाहट बढ़ गई है।
Anant Singh, जो कि इस समय Janata Dal (United) (JDU) से मोकामा से उम्मीदवार हैं, उनके लिए यह कड़ी मुश्किलें खड़ी कर सकती है।
विपक्ष ने इसे ‘राज्य में कानून-व्यवस्था की विफलता’ के रूप में देखा है और सरकार पर तीखे हमले कर रही है।
निष्कर्ष
:मोकामा के इस खतरनाक राजनीतिक घटनाक्रम ने एक बार फिर यह बात सामने ला दी है कि चुनावी समय में सुरक्षाविवस्था व राजनीतिक शांति कितनी नाजुक होती है। Anant Singh की गिरफ्तारी से यह मामला और संवेदनशील रूप ले चुका है। आगे यह देखने की बात होगी कि पुलिस जांच कहां तक पहुँचती है और क्या दोषियों को न्याय मिल पाता है।
