नई दिल्ली: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) मद्रास के पूर्व छात्र अरविंद श्रीनिवास ने अपनी अकादमिक और पेशेवर यात्रा के दम पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की दुनिया में एक बड़ा मुकाम हासिल किया है। आज वह Perplexity AI के सह-संस्थापक और सीईओ हैं, एक ऐसी कंपनी जो अपने AI-संचालित “आंसर इंजन” के साथ पारंपरिक सर्च इंजनों को चुनौती दे रही है।
शिक्षा और शुरुआती करियर:
अरविंद श्रीनिवास का जन्म 1994 में मद्रास (अब चेन्नई) में हुआ था। उन्होंने IIT मद्रास से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में अपनी स्नातक और मास्टर डिग्री (डुअल डिग्री) प्राप्त की। आईआईटी में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में प्रवेश मिलने के बाद भी, कंप्यूटर साइंस में जाने की उनकी इच्छा बनी रही, हालांकि मामूली अंकों के अंतर से वे ऐसा नहीं कर पाए।
अपनी आईआईटी की पढ़ाई पूरी करने के बाद, उन्होंने कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, बर्कले से कंप्यूटर साइंस में पीएचडी की। बर्कले में उन्होंने मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में विशेषज्ञता हासिल की। उनकी शोध का फोकस रीइन्फोर्समेंट लर्निंग, कॉन्ट्रास्टिव लर्निंग और डीप लर्निंग पर था।
अपने अकादमिक करियर के दौरान, अरविंद ने कई प्रमुख AI शोध संगठनों में महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाईं। उन्होंने OpenAI में एक रिसर्च इंटर्न के रूप में शुरुआत की, जो आज ChatGPT के लिए जाना जाता है। इसके बाद उन्होंने Google Brain और DeepMind जैसी प्रतिष्ठित कंपनियों में भी शोध पदों पर काम किया। इन अनुभवों ने उन्हें अत्याधुनिक AI प्रौद्योगिकियों और मशीन लर्निंग मॉडल में गहरी पकड़ बनाने में मदद की।
Perplexity AI का उदय:
2022 में, अरविंद श्रीनिवास ने डेनिस याराट्स, जॉनी हो और एंडी कोन्विंस्की के साथ मिलकर Perplexity AI की सह-स्थापना की। इस कंपनी का उद्देश्य एक ऐसा AI-संचालित सर्च इंजन विकसित करना था जो उपयोगकर्ताओं को सीधे, संदर्भित उत्तर प्रदान करे, पारंपरिक सर्च इंजनों से अलग होकर अधिक सटीक और पारदर्शी प्रतिक्रियाएँ दे।
अरविंद के नेतृत्व में, Perplexity AI ने जेफ बेजोस, एलाड गिल, नेट फ्रीडमैन और एनवीडिया जैसे प्रमुख निवेशकों से महत्वपूर्ण फंडिंग आकर्षित की है। कंपनी ने अपनी AI क्षमताओं का विस्तार करने के लिए कई साझेदारियाँ भी की हैं, जिसमें ड्यूश टेलीकॉम के साथ AI-एकीकृत स्मार्टफोन विकसित करने का सहयोग भी शामिल है।
अरविंद श्रीनिवास का मानना है कि AI हमारे सूचनाओं के साथ इंटरैक्ट करने के तरीके को मौलिक रूप से बदल सकता है। उनका सपना एक ऐसा प्लेटफॉर्म बनाना था जो जानकारी तक पहुँच को एक व्यक्तिगत शोध सहायक से बात करने जैसा महसूस कराए। इसी दृष्टिकोण के साथ, Perplexity AI ने “सॉल्व्ड” समस्याओं पर भी फिर से विचार करने का साहस दिखाया है, और AI द्वारा जानकारी को सारांशित करने, प्रासंगिक बनाने और समझाने की क्षमता का लाभ उठाया है।
आज, अरविंद श्रीनिवास AI क्षेत्र के सबसे प्रभावशाली लोगों में से एक हैं, और Time पत्रिका ने उन्हें “TIME100 Most Influential People in AI” में भी शामिल किया है। उनका सफर आईआईटी मद्रास के एक छात्र से एक सफल AI उद्यमी और सीईओ बनने तक का है, जो कड़ी मेहनत, दूरदर्शिता और नवाचार के प्रति समर्पण का प्रतीक है।
