SOURCE NDTV
नई दिल्ली: 23 जून, 2025 को घोषित विधानसभा उपचुनाव परिणामों में विभिन्न राज्यों में सियासी गहमागहमी देखने को मिली। गुजरात और केरल में हुए उपचुनावों ने राजनीतिक पंडितों का ध्यान खींचा, जहाँ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और आम आदमी पार्टी (आप) ने गुजरात में एक-एक सीट पर जीत हासिल की, जबकि केरल में कांग्रेस ने अपनी पकड़ मजबूत करते हुए एक सीट जीती।
गुजरात में भाजपा और आप का परचम
गुजरात में हुए दो सीटों पर उपचुनावों के नतीजे काफी दिलचस्प रहे। जानकारी के अनुसार, एक सीट पर भाजपा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए जीत दर्ज की। वहीं, दूसरी सीट पर आम आदमी पार्टी (आप) ने अप्रत्याशित रूप से जीत हासिल कर सभी को चौंका दिया। यह आप के लिए एक महत्वपूर्ण जीत मानी जा रही है, जो राज्य में अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश कर रही है। भाजपा की जीत ने जहां राज्य में उसकी पकड़ को और मजबूत किया है, वहीं आप की जीत ने राज्य में एक नए राजनीतिक समीकरण की संभावनाओं को जन्म दिया है।
केरल में कांग्रेस की जीत
केरल में हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने बाजी मारी। इस जीत से राज्य में कांग्रेस कार्यकर्ताओं में उत्साह का माहौल है। यह जीत आगामी चुनावों के लिए कांग्रेस के मनोबल को बढ़ा सकती है। केरल में यह सीट कांग्रेस के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न थी और पार्टी ने इस पर सफलतापूर्वक कब्जा कर लिया।
विश्लेषण:
इन उपचुनाव परिणामों को आगामी विधानसभा चुनावों और 2029 के लोकसभा चुनावों से पहले एक महत्वपूर्ण संकेत के रूप में देखा जा रहा है। गुजरात में आप की बढ़ती उपस्थिति क्षेत्रीय राजनीति में बदलाव का संकेत दे सकती है, जबकि केरल में कांग्रेस की जीत पार्टी के लिए एक सकारात्मक संकेत है। भाजपा के लिए गुजरात में अपनी सीट बरकरार रखना एक सामान्य अपेक्षा थी, लेकिन आप का उदय निश्चित रूप से भविष्य की चुनावी रणनीतियों को प्रभावित करेगा।
इन नतीजों पर विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं की प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गई हैं। देखना होगा कि इन उपचुनाव परिणामों का राष्ट्रीय और क्षेत्रीय राजनीति पर क्या प्रभाव पड़ता है।
