SOURCE NDTV SPORTS
मैनचेस्टर, 18 जुलाई, 2025: इंग्लैंड के खिलाफ आगामी चौथे टेस्ट से पहले भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की उपलब्धता पर अपना रुख स्पष्ट कर दिया है। टीम इंडिया प्रबंधन ने संकेत दिया है कि यदि बुमराह मैनचेस्टर में होने वाले महत्वपूर्ण मुकाबले में नहीं खेलते हैं, तो सीरीज में भारत की उम्मीदें धूमिल हो सकती हैं।
यह बयान ऐसे समय में आया है जब भारत पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-2 से पीछे है और मैनचेस्टर में होने वाला चौथा टेस्ट ‘करो या मरो’ का मुकाबला बन गया है। सीरीज की शुरुआत से पहले, बीसीसीआई ने कार्यभार प्रबंधन (वर्कलोड मैनेजमेंट) के तहत बुमराह को पांच टेस्ट में से केवल तीन में खेलने की अनुमति दी थी। बुमराह हेडिंग्ले और लॉर्ड्स में खेल चुके हैं, जबकि उन्हें एजबेस्टन टेस्ट से आराम दिया गया था।
हालांकि, लॉर्ड्स में भारत की 22 रनों की करीबी हार के बाद, पूर्व भारतीय कप्तान अनिल कुंबले सहित कई क्रिकेट विशेषज्ञों ने बुमराह को शेष दोनों टेस्ट में खेलने की वकालत की है। कुंबले ने स्पष्ट शब्दों में कहा, “मैं निश्चित रूप से बुमराह को अगला मैच खेलने के लिए जोर दूंगा क्योंकि यह बहुत महत्वपूर्ण है। यदि वह नहीं खेलते हैं और भारत वह टेस्ट हार जाता है, तो बस हो गया, सीरीज खत्म हो जाएगी।”
भारतीय टीम के सहायक कोच रयान टेन डोशेट ने भी बुमराह की उपलब्धता पर अपडेट दिया है। उन्होंने कहा, “हम जानते हैं कि हमें उन्हें आखिरी दो टेस्ट में से एक के लिए मिला है। यह काफी स्पष्ट है कि अब सीरीज मैनचेस्टर में दांव पर है, इसलिए उन्हें खिलाने की ओर झुकाव होगा।” डोशेट ने आगे कहा कि टीम सभी कारकों पर विचार करेगी, जिसमें मैनचेस्टर में मौसम की स्थिति और ओवल में अंतिम टेस्ट के लिए समग्र रणनीति शामिल है।
टीम प्रबंधन को अब बुमराह के कार्यभार और सीरीज के महत्व के बीच संतुलन बनाना होगा। जहां बुमराह की फिटनेस और लंबे समय तक उन्हें चोट मुक्त रखना एक प्राथमिकता है, वहीं मौजूदा स्थिति में उनकी उपस्थिति भारत के लिए मैच जीतने और सीरीज में बने रहने के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
मैनचेस्टर में चौथा टेस्ट 23 जुलाई से शुरू होगा, और सभी की निगाहें अंतिम एकादश पर होंगी, खासकर जसप्रीत बुमराह की भागीदारी पर।
