Source-THE economic time
नई दिल्ली, 14 मई 2025 — भारत सरकार ने उत्तर प्रदेश के जेवर में ₹3,706 करोड़ की लागत से सेमीकंडक्टर असेंबली और टेस्टिंग यूनिट (OSAT) स्थापित करने के लिए HCL और फॉक्सकॉन के संयुक्त उपक्रम को मंजूरी दे दी है। यह परियोजना भारत सेमीकंडक्टर मिशन (ISM) के तहत देश की छठी और उत्तर प्रदेश की पहली सेमीकंडक्टर यूनिट होगी।
यह संयंत्र यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) क्षेत्र के सेक्टर 28 में प्रस्तावित है, जो नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के निकट स्थित है। HCL समूह की वामा सुंदरि इन्वेस्टमेंट्स (VSIPL) और ताइवान की फॉक्सकॉन कंपनी के इस संयुक्त उपक्रम में VSIPL की 60% और फॉक्सकॉन की 40% हिस्सेदारी होगी।
संयंत्र में छोटे पैनल ड्राइवर ICs और डिस्प्ले ड्राइवर इंटीग्रेटेड सर्किट्स (DDIC) का वार्षिक उत्पादन 2.4 लाख यूनिट्स होगा। इस परियोजना से लगभग 3,780 प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित होने की संभावना है। संयंत्र की जल आवश्यकता 2,000 मिलियन लीटर प्रतिदिन (MLD) होगी, जिसमें 85% जल पुनर्चक्रण दक्षता सुनिश्चित की जाएगी।
इस परियोजना के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने लगभग 48 एकड़ भूमि आवंटित की है। पहले यह भूमि सेक्टर 10 में प्रस्तावित थी, लेकिन बुनियादी ढांचे और प्रक्रियात्मक देरी के कारण इसे सेक्टर 28 में स्थानांतरित किया गया।
यह पहल भारत सरकार की ‘मेक इन इंडिया’ और ‘डिजिटल इंडिया’ अभियानों के तहत सेमीकंडक्टर उत्पादन को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे देश की सेमीकंडक्टर आपूर्ति श्रृंखला मजबूत होगी, आयात पर निर्भरता कम होगी और उत्तर प्रदेश को एक तकनीकी हब के रूप में स्थापित करने में मदद मिलेगी।
परियोजना के 2027 तक उत्पादन शुरू करने की उम्मीद है, जो भारत की तकनीकी आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगी।
