Source India Today
नई दिल्ली, 10 नवंबर 2025: वरिष्ठ कांग्रेस नेता शशि थरूर के हालिया बयान से पार्टी ने खुद को अलग कर लिया है। थरूर ने भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण अडवाणी की प्रशंसा करते हुए कहा था कि “उनका योगदान भारतीय राजनीति में अमिट है और उन्हें सम्मान मिलना चाहिए।” इस बयान के बाद राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई।
कांग्रेस ने रविवार को जारी अपने आधिकारिक बयान में स्पष्ट किया कि पार्टी की राय थरूर के व्यक्तिगत विचारों से अलग है। पार्टी प्रवक्ता जयराम रमेश ने कहा, “शशि थरूर ने जो कहा है, वह उनका निजी मत है। कांग्रेस का आधिकारिक रुख उस बयान से मेल नहीं खाता।”
थरूर ने शनिवार को एक कार्यक्रम के दौरान अडवाणी को “लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति समर्पित” बताया था। उन्होंने कहा था कि “अडवाणी ने विरोधी विचारों को भी सम्मान दिया और एक मजबूत संसदीय परंपरा की नींव रखी।”
भाजपा ने थरूर की टिप्पणी का स्वागत करते हुए कहा कि “कम से कम कुछ विपक्षी नेता सत्य को स्वीकार करने का साहस रखते हैं।” वहीं, कांग्रेस के भीतर कई नेताओं ने इस बयान को अनुचित बताया और कहा कि इससे कार्यकर्ताओं में भ्रम पैदा हो सकता है।
गौरतलब है कि शशि थरूर पहले भी कई बार अपने बयानों के चलते पार्टी नेतृत्व की असहजता का कारण बन चुके हैं। पार्टी ने एक बार फिर संकेत दिया है कि व्यक्तिगत विचार और पार्टी की नीति में फर्क होता है, और आधिकारिक रुख केवल पार्टी मंच से ही सामने आता है।
