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नई दिल्ली: अगर आपको लगातार चक्कर आने (Dizziness) की समस्या रहती है, तो इसके पीछे आपके कान या दिमाग के अलावा आपके गले की एक खास मांसपेशी (Muscle) जिम्मेदार हो सकती है। एक विशेषज्ञ डॉक्टर के अनुसार, स्टर्नोक्लेइडोमैस्टोइड (Sternocleidomastoid- SCM) नामक मांसपेशी शरीर के संतुलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और इसमें असंतुलन या ऐंठन (spasm) होने पर चक्कर आ सकते हैं।
SCM मांसपेशी का महत्व
एससीएम मांसपेशी आपके सिर को ऊपर, नीचे, अगल-बगल ले जाने और घुमाने के लिए जिम्मेदार होती है। डॉक्टर ने बताया कि आपका संतुलन तंत्र (balance system) यह जानने के लिए इस मांसपेशी पर बहुत अधिक निर्भर करता है कि अंतरिक्ष (space) में आपका सिर कहाँ है और कहीं आप गिरने तो नहीं वाले हैं। यदि इन दोनों मांसपेशियों के बीच असंतुलन हो जाता है या ऐंठन होती है, तो संतुलन तंत्र भ्रमित हो जाता है और व्यक्ति को चक्कर आने लगते हैं।
इलाज के तरीके
विशेषज्ञ ने इस मांसपेशी को शिथिल करने (release) के लिए दो-भागों वाली रणनीति भी साझा की है:
मांसपेशी को शिथिल करना (Releasing the Muscle):
अपने सिर के एक तरफ हाथ रखें और उस तरफ मुड़ें, जिससे मांसपेशी बाहर की ओर उभरेगी।
फिर आप कॉलरबोन (collarbone) के नीचे से इसे पकड़ सकते हैं और धीरे-धीरे दबाते हुए कान के पीछे की हड्डी तक ले जा सकते हैं।
एक अन्य तरीका है कि कान के ठीक नीचे हड्डी पर दो उंगलियां रखें और सिर को पीछे की ओर मोड़ते हुए उन्हें नीचे कॉलरबोन तक खींचें। इससे मांसपेशी को आराम मिलता है।
मांसपेशी को सक्रिय करना (Activating the Muscle):
पहले ठुड्डी को अंदर की ओर (chin tuck) करें।
फिर एक हाथ अपने सिर के एक तरफ रखें और पूरी तरह से उस हाथ की तरफ घूमें।
दूसरे हाथ के साथ भी यही दोहराएं और पूरी तरह से वापस मुड़ें। इसे पांच बार दोहराएं।
अब गर्दन को घुमाने के बजाय, एक हाथ सिर के एक तरफ रखें और अपने सिर को उस तरफ झुकाएं, फिर वापस ऊपर लाएं और इसे भी पांच बार दोहराएं।
डॉक्टर के मुताबिक, दोनों SCM मांसपेशियों को शिथिल और मजबूत करके, हम आपके संतुलन तंत्र में संकेतों को सामान्य कर सकते हैं, जिससे चक्कर आना और तनाव कम करने में मदद मिलती है।
चूंकि यह मांसपेशी संतुलन के लिए महत्वपूर्ण है, इसलिए इसमें कोई भी समस्या वर्टिगो (vertigo) या चक्कर आने का कारण बन सकती है।
यदि आपको लगातार या गंभीर चक्कर आते हैं, तो उचित निदान और उपचार के लिए डॉक्टर से सलाह लेना महत्वपूर्ण है।
