Source India Today
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए पहले वनडे मैच में डकवर्थ-लुईस-स्टर्न (DLS) पद्धति को लेकर सोशल मीडिया पर जबरदस्त विवाद खड़ा हो गया। बारिश से प्रभावित इस मुकाबले में संशोधित लक्ष्य तय किए जाने के बाद कई प्रशंसकों और क्रिकेट विशेषज्ञों ने DLS प्रणाली को “अन्यायपूर्ण” करार दिया।
मैच के दौरान बारिश रुकने के बाद भारत की पारी के लिए लक्ष्य बदला गया, जिससे खेल का संतुलन बिगड़ गया। टीम इंडिया के बल्लेबाजों को कठिन परिस्थितियों में एक अप्रत्याशित रूप से ऊँचा लक्ष्य मिला, जिसके चलते रन चेज़ चुनौतीपूर्ण हो गया।
पूर्व क्रिकेटरों और प्रशंसकों ने सोशल मीडिया पर DLS पद्धति की गणना को “पुरानी और अव्यवहारिक” बताया। कुछ ने यहां तक कहा कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) को इस प्रणाली की समीक्षा करनी चाहिए ताकि भविष्य में टीमों के साथ ऐसी स्थिति में अन्याय न हो।
हालांकि, ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने कहा कि यह खेल का हिस्सा है और दोनों टीमों को समान परिस्थितियों में खेलना पड़ा। वहीं, भारतीय कप्तान ने मैच के बाद कहा कि ऐसे संशोधित लक्ष्य खिलाड़ियों की रणनीति पर बड़ा असर डालते हैं और इसे समझना बेहद मुश्किल होता है।
यह विवाद एक बार फिर इस बात को लेकर बहस छेड़ रहा है कि क्या आधुनिक क्रिकेट में DLS पद्धति अब भी प्रासंगिक है या इसे बदलने का समय आ गया है।
