Source Times of India
नई दिल्ली: एक नई रिपोर्ट के अनुसार, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कथित तौर पर संयुक्त राज्य अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ अलास्का में होने वाली आगामी बैठक से पहले पूर्वी यूक्रेन के कुछ हिस्सों के बदले में शांति का प्रस्ताव रखा है। यह खबर ऐसे समय में आई है जब यूक्रेन में संघर्ष जारी है और वैश्विक स्तर पर शांति स्थापित करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि पुतिन पूर्वी यूक्रेन के उन क्षेत्रों पर रूसी नियंत्रण को मान्यता देने की मांग कर रहे हैं जहाँ रूसी भाषी आबादी अधिक है। इसके बदले में, रूस यूक्रेन में पूर्ण पैमाने पर सैन्य कार्रवाई समाप्त करने और भविष्य में किसी भी प्रकार के आक्रमण से बचने की गारंटी देने के लिए तैयार हो सकता है।
डोनाल्ड ट्रम्प, जो 2025 में राष्ट्रपति के रूप में लौटे हैं, ने पहले भी यूक्रेन संघर्ष को समाप्त करने की अपनी इच्छा व्यक्त की है और पुतिन के साथ अच्छे संबंध बनाए रखने की वकालत की है। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि ट्रम्प इस प्रस्ताव पर किस तरह प्रतिक्रिया देंगे, खासकर अमेरिका और उसके सहयोगियों के बीच यूक्रेन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के समर्थन को देखते हुए।
यह संभावित समझौता अंतरराष्ट्रीय समुदाय में एक जटिल बहस छेड़ सकता है। कुछ लोग इसे रक्तपात को समाप्त करने और एक स्थिर भविष्य की दिशा में एक व्यावहारिक कदम के रूप में देख सकते हैं। वहीं, अन्य लोग इसे रूस के आक्रामक कार्यों के सामने कमजोरी और अंतरराष्ट्रीय कानून के सिद्धांतों का उल्लंघन मान सकते हैं।
यूक्रेन सरकार ने अभी तक इस रिपोर्ट पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है, लेकिन अतीत में उसने अपनी भूमि का कोई भी हिस्सा रूस को सौंपने की संभावना को दृढ़ता से खारिज किया है।
ट्रम्प और पुतिन के बीच अलास्का में होने वाली यह संभावित बैठक वैश्विक कूटनीति के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है। इसके परिणाम न केवल यूक्रेन के भविष्य को आकार देंगे, बल्कि दुनिया भर के भू-राजनीतिक समीकरणों पर भी गहरा प्रभाव डालेंगे। फिलहाल, दुनिया भर के राजनयिक और विश्लेषक इस घटनाक्रम पर बारीकी से नजर रख रहे हैं।
