Source India Today
नई दिल्ली: ‘वोट चोरी’ और ईवीएम में छेड़छाड़ के आरोपों पर भारतीय चुनाव आयोग (ECI) ने रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जोरदार पलटवार किया है। मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार ने साफ शब्दों में कहा कि आयोग किसी भी राजनीतिक दल के निराधार और झूठे आरोपों से नहीं डरता है। उन्होंने कहा कि पीपीटी के आधार पर कार्रवाई नहीं की जा सकती, इसके लिए ठोस सबूत पेश करने होंगे।
CEC ने कहा कि चुनाव आयोग के लिए सभी दल बराबर हैं और वह किसी भी पार्टी के साथ पक्षपात नहीं करता। उन्होंने विपक्ष के आरोपों पर कहा कि हर राजनीतिक दल का जन्म आयोग में पंजीकरण से ही होता है, ऐसे में चुनाव आयोग उनके साथ गलत भावना कैसे रख सकता है। ज्ञानेश कुमार ने जोर देकर कहा कि आयोग भारत की जनता और संविधान के साथ खड़ा है। उन्होंने मतदाताओं से अपील की कि वे भ्रम फैलाने वालों से सावधान रहें और संविधान के अनुरूप मतदान अवश्य करें।
CEC ने मतदाता सूची में नामों को हटाने के आरोपों पर भी जवाब दिया। उन्होंने कहा कि मतदाताओं की निजी जानकारी को सार्वजनिक नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिला स्तर के अधिकारियों द्वारा नामित बूथ लेवल एजेंट्स (BLA) द्वारा किए गए सत्यापन दस्तावेजों की जानकारी राज्य और राष्ट्रीय स्तर के नेताओं तक नहीं पहुंच रही है, और जानबूझकर भ्रम फैलाया जा रहा है। आयोग ने कहा कि वह मतदाता सूची में हुई त्रुटियों को सुधारने के लिए लगातार काम कर रहा है।
