SOURCE MoneyControl
मुंबई: भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) की पूर्व अध्यक्ष माधवी पुरी बुच ने एक सनसनीखेज बयान देते हुए कहा है कि वित्तीय फर्म जेन स्ट्रीट के खिलाफ जांच उनकी देखरेख में शुरू की गई थी और पूरी भी की गई। उन्होंने उन दावों को “झूठी कहानी” करार देते हुए खारिज कर दिया, जो इस जांच को लेकर उनकी भूमिका पर सवाल उठा रहे थे।
बुधवार को दिए गए एक बयान में, माधवी पुरी बुच ने स्पष्ट रूप से कहा कि जेन स्ट्रीट से संबंधित सभी जांच प्रक्रियाएं उनके सेबी प्रमुख के कार्यकाल के दौरान ही शुरू की गईं और तार्किक निष्कर्ष तक पहुंचाई गईं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस संबंध में किसी भी प्रकार की विरोधाभासी कथा पूरी तरह से भ्रामक और तथ्यों से परे है।
यह बयान ऐसे समय में आया है जब कुछ हलकों में जेन स्ट्रीट जांच को लेकर सेबी के भीतर की प्रक्रियाओं और नेतृत्व की भूमिका पर सवाल उठाए जा रहे थे। बुच के इस दावे से अब इस मामले में एक नई बहस छिड़ने की संभावना है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में ऐसे नैरेटिव को खारिज किया जो उनकी निगरानी में हुई जांच की निष्पक्षता और समय-सीमा पर संदेह पैदा कर रहे थे।
माधवी पुरी बुच ने अपने कार्यकाल के दौरान सेबी में कई महत्वपूर्ण सुधार और पहलें की थीं। उनका यह बयान मौजूदा और भविष्य की नियामक जांचों की प्रक्रिया में पारदर्शिता और जवाबदेही पर भी प्रकाश डालता है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि नियामक संस्थाओं को अपनी कार्यवाही के संबंध में स्पष्ट और सटीक जानकारी प्रदान करनी चाहिए, ताकि किसी भी तरह की गलतफहमी या भ्रामक जानकारी का प्रसार न हो सके। इस घटनाक्रम से पूंजी बाजार में नियामक प्रक्रियाओं की अखंडता को लेकर बहस तेज होने की उम्मीद है।
