Source sports NDTV
नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज और वर्तमान में एक चर्चित क्रिकेट विश्लेषक गौतम गंभीर एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। इस बार उन पर ‘यशस्वी जयसवाल’ को लेकर दिए गए अपने ही बयान का सम्मान न करने का आरोप लग रहा है, जिसके बाद उन्हें एशिया कप के लिए चुनी गई टीम पर अपनी राय के कारण सोशल मीडिया पर भारी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।
हाल ही में, गंभीर ने एक इंटरव्यू में कहा था कि यशस्वी जयसवाल में भविष्य का एक बड़ा सितारा बनने की क्षमता है और उन्हें टीम में पर्याप्त मौके मिलने चाहिए। उन्होंने यहां तक कहा था कि ‘अगर मैं चयनकर्ता होता, तो मैं जयसवाल को हर फॉर्मेट में खिलाता।’ उनके इस बयान ने क्रिकेट प्रेमियों के बीच काफी प्रशंसा बटोरी थी।
हालांकि, एशिया कप के लिए भारतीय टीम के चयन के बाद, गंभीर ने अपनी राय दी जिसमें उन्होंने कुछ अन्य खिलाड़ियों के पक्ष में बात की और जयसवाल का नाम सीधे तौर पर नहीं लिया, जिससे उनके पुराने बयान और वर्तमान राय में विरोधाभास नजर आया। इसके बाद सोशल मीडिया पर यूजर्स ने उन्हें घेर लिया।
एक ट्विटर यूजर ने लिखा, “गौतम गंभीर को अपने ही बयान याद रखने चाहिए। कुछ दिनों पहले तक यशस्वी जयसवाल उनकी पहली पसंद थे, और अब जब एशिया कप की टीम चुनी गई है, तो उनकी राय बदल गई है।”
एक अन्य यूजर ने गंभीर के पुराने इंटरव्यू का स्क्रीनशॉट साझा करते हुए लिखा, “यहां गंभीर का पुराना बयान है, जहां वे यशस्वी जयसवाल को हर फॉर्मेट में खिलाने की बात कर रहे थे। अब जब एशिया कप के लिए जयसवाल का नाम नहीं है, तो वे चुप्पी साधे हुए हैं। यह दोहरा मापदंड है।”
कुछ क्रिकेट पंडितों का मानना है कि गंभीर का यह रुख सिर्फ एक राय है और उन्हें अपनी राय बदलने का अधिकार है। हालांकि, फैंस का मानना है कि एक सार्वजनिक मंच पर दिया गया बयान, खासकर एक युवा खिलाड़ी के बारे में, एक बड़ी जिम्मेदारी होती है। इस मामले में गंभीर ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है।
यह विवाद ऐसे समय में सामने आया है जब भारतीय टीम एशिया कप की तैयारियों में जुटी है। इस घटना ने एक बार फिर क्रिकेट विशेषज्ञों की राय और जनता की अपेक्षाओं के बीच की खाई को उजागर कर दिया है।
