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नई दिल्ली, 6 अक्टूबर 2025 – सोने की कीमतों ने सोमवार को इतिहास रच दिया। दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना ₹9,700 की जोरदार छलांग लगाकर पहली बार ₹1,30,000 प्रति 10 ग्राम के पार पहुंच गया। यह अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है और निवेशकों में सोने को लेकर जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है।
बाजार विशेषज्ञों के अनुसार, सोने की इस उछाल के पीछे कई बड़े कारण हैं। सबसे पहले, अंतरराष्ट्रीय बाजार में डॉलर की कमजोरी और वैश्विक बॉन्ड यील्ड में गिरावट से सोने की मांग बढ़ी है। साथ ही, मध्य पूर्व और एशिया में भू-राजनीतिक तनाव, वैश्विक आर्थिक सुस्ती और अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की संभावना ने भी सोने को नई उड़ान दी है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार का असर
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्पॉट गोल्ड $2,750 प्रति औंस के ऊपर कारोबार कर रहा है, जो पिछले कई महीनों में सबसे ऊंचा स्तर है। कमजोर डॉलर के चलते विदेशी निवेशक सोने में भारी निवेश कर रहे हैं, जिससे भारतीय बाजार पर भी सीधा असर पड़ रहा है।
निवेशकों के लिए आकर्षक विकल्प
विशेषज्ञ मानते हैं कि अनिश्चित वैश्विक माहौल में सोना सुरक्षित निवेश (Safe Haven) बना हुआ है। शेयर बाजार में अस्थिरता और रुपया कमजोर होने से घरेलू निवेशक भी सोने की ओर रुख कर रहे हैं। दिवाली और शादी सीजन करीब आने से ज्वैलरी डिमांड भी बढ़ने की संभावना है, जो कीमतों को और सहारा दे सकती है।
आगे क्या?
विश्लेषकों का मानना है कि अगर वैश्विक परिस्थितियां इसी तरह बनी रहीं तो आने वाले महीनों में सोने का भाव ₹1.35–1.40 लाख प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकता है। हालांकि, अचानक आर्थिक सुधार या ब्याज दरों में बदलाव से इसमें उतार-चढ़ाव भी देखने को मिल सकता है।
